- बीजेपी ने बिहार बंद और रिपोर्ट कार्ड को निशाने पर लिया

PATNA: लालू प्रसाद ने बिहार को बंद करा कर नीतीश सरकार के रिपोर्ट कार्ड का स्वागत किया। बंद कराने में सरकारी तंत्र भी शामिल था। किसी दल के आह्वान पर बंद के दौरान सरकारी ट्रांसपोर्ट बंद नहीं होता, लेकिन लालू प्रसाद के दबाव में सरकारी बसों को भी बंद रखा गया। लालू प्रसाद की लाठी में नीतीश कुमार ने तेल पिलाया। ये कहा एक्स डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने।

सरकार किसी की हिफाजत नहीं कर पायी

सुमो ने कहा कि लालू प्रसाद न जातीय सेंसेक्स की रिपोर्ट जारी करने के केन्द्र सरकार के स्पष्ट आश्वासन के बाद भी जातीय द्वेष फैलाने के लिए पहले मात्र ब् घंटे के उपवास का नाटक किया और फिर लाठी के जोर पर दहशत फैला कर जिंदगी की रफ्तार रोक दी। कहीं आगजनी हुई, कहीं हमले हुए। बंद के दौरान सरकार किसी की हिफाजत नहीं कर पायी।

एनडीए सरकार की उपलब्धियां भी गिना लीं

उन्होंने कहा कि राज्यव्यापी अराजकता के बीच क्0 साल का रिपोर्ट कार्ड जारी कर एनडीए सरकार की उपलब्धियों को भी अपने खाते में गिना दिया। इधर, वे शिक्षा में सुधार के दावे कर रहे थे, उधर अररिया के मिडिल स्कूल में मिड डे मील खाने से बीमार बच्चे फारबिसगंज के सदर अस्पताल में भर्ती हो रहे थे। नीतीश कुमार ने महिलाओं को भ्0 फीसद आरक्षण का श्रेय लिया। वे बताएं कि क्या बीजेपी की सहमति के बिना यह फैसला हो सकता था? वे एक भी नई योजना बताएं जो उनकी अकेले की सरकार पूरी कर सकी हो। रिपोर्ट कार्ड में आंकड़ों की जादूगरी से जनता को धोखा देने की कोशिश की है।