नई दिल्ली (पीटीआई)। अधिकारियों के मुताबिक, इस साढ़े तीन सप्ताह के सत्र के दौरान 14 सांसदों ने योग से जुड़े 11 सवाल उठाए, उनमें से नौ भाजपा से थे। यह देखते हुए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योग में रुचि जगजाहिर है। बीजेपी ने सभी सांसदों संसद में को इस मुद्दे को उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया है, एक पीडीपी और एक DMK सांसद ने आयुष मंत्री श्रीपाद नाइक से योग पर जानकारी देने के लिए कहा, जो देश भर में इसे लेकर बढ़ रही रुचि की ओर संकेत करता है।

योग को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं का विवरण भी मांगा

झारखंड के उद्योगपति और राज्यसभा सांसद परिमल नाथवानी ने संसद सत्र के दौरान इस विषय पर दो अलग-अलग प्रश्‍न पूछे। हालांकि, कांग्रेस पार्टी के सांसदों ने इस विषय पर कोई सवाल नहीं पूछा। अधिकांश सांसदों की चिंता योग्य योग प्रशिक्षकों की आवश्यकता के बारे में थी। देश, विशेषकर उनके राज्यों या निर्वाचन क्षेत्रों में, यह सुनिश्चित करने के लिए कि यह आम जनता के स्‍वास्‍थ्य लाभ के लिए सुलभ हो सके। सांसदों ने योग को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न सरकारी योजनाओं का विवरण भी मांगा।

कई सांसद योग के पक्ष में

सवालों से, कई सांसद स्‍कूली पाठ्यक्रम में योग के पक्ष में प्रतीत होते और इसे देश में लाइफस्‍टाइल से जुड़ी बढ़ रही बीमारियों के निदान के रूप में देखते हैं। योग यूनिवर्सिटीज, प्राचीन भारतीय पद्धति में रिसर्च और पर्यटन स्थलों में योग सुविधाओं के प्रावधान कुछ अन्य सवाल थे जिन्‍हें सांसदों ने उठाया। आयुष मंत्री के जवाब से कुछ रोचक तथ्य सामने आए, योग को जनता तक ले जाने की सरकार की योजनाओं में से एक 'फिट इंडिया मूवमेंट' में उसे प्रमुखता मिलेगी।

प्रशिक्षण संबंधी जानकारी के लिए योग लोकेटर एप

इसके अलावा, आयुष मंत्रालय ने बच्चों और किशोरों के लिए योग प्रोटोकॉल विकसित किया है और प्रशिक्षण सेवाओं के डेटाबेस को अंतिम रूप दिया जा रहा है। योग सर्टिफिकेशन से जुड़ी गतिविधियों को मंत्रालय के सर्टिफिकेशन बोर्ड और इसमें सहभागी योग संस्‍थानों के जरिए बढ़ावा दिया जा रहा है। इससे फिट इंडिया मूवमेंट' में तहत योग को आगे ले जाने के लिए प्रशिक्षक-स्वयंसेवकों की उपलब्धता में काफी वृद्धि होगी। प्रशिक्षण संबंधी जानकारी आम जन तक पहुंचाने के लिए योग लोकेटर एप को नया रूप दिया जा रहा हे।

किए जा रहे हैं अनुसंधान केंद्र स्‍थापित

मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि केंद्र द्वारा राष्ट्रीय आयुष मिशन के तहत राज्यों को प्रदान की जाने वाली वित्तीय सहायता का उपयोग योग वेलनेस सुविधाओं की स्‍थापना के लिए उपयोग किया जा सकता है। यह भी स्पष्ट किया गया कि आयुष मंत्रालय की योजना योग में रिसर्च को बढ़ावा देने की है, जिसके लिए हरियाणा के झज्जर और कर्नाटक के नागमंगला में दो स्नातकोत्तर अनुसंधान केंद्र स्‍थापित किए जा रहे हैं।&

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योग प्रशिक्षण गतिविधियों की गुणवत्ता बनाया जा सकेगा बेहतर

नाइक ने कहा कि आयुष मंत्रालय का किसी योग यूनिवर्सिटी की स्थापना का विचार नहीं है, बहरहाल पेशेवरों के सर्टिफिकेशन व इंस्‍टीट्यूट्स को मान्‍यता देने की योजना है। ऐसी संस्थाएं जिनके माध्यम से देश में योग प्रशिक्षण गतिविधियों की गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सकेगा।

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