RANCHI: सर, रास्ते में गाड़ी खराब हो गई। सर, समय से निकला था कि इमरजेंसी काम पड़ गया। इसीलिए आने में देर हो गई। जी हां, रिम्स के डॉक्टरों का देर से आना और जल्दी जाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे में वे कुछ इसी तरह के बहाने बना रहे हैं। जबकि डॉक्टरों के देर से आने के कारण ओपीडी में मरीजों की परेशानी बढ़ रही है। डॉक्टर्स की कम अटेंडेंस के कारण मरीज कम देखे जा रहे हैं। लेकिन, डॉक्टर्स अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे हैं।

इसका प्रभाव मरीजों पर पड़ रहा है। यह देखते हुए रिम्स प्रबंधन ने नया आइडिया निकाला है। जिसके तहत लेट आने पर डॉक्टरों को अटेंडेंस डायरेक्टर के चैंबर में जाकर बनानी होगी। वहीं शाम में हास्पिटल में निकलने से पहले अटेंडेंस नहीं बनाने पर कार्रवाई भी की जाएगी।

डायरेक्टर चैंबर में अटेंडेंस

रिम्स में डॉक्टरों के लेट आने से आजिज होकर अटेंडेंस बनाने की नई व्यवस्था लागू कर दी गई है। अब सुबह 9.फ्0 बजे के बाद रिम्स पहुंचने वाले डॉक्टरों को डायरेक्टर के चैंबर में जाकर अटेंडेंस बनानी पड़ रही है। वहीं, शाम में भ्.फ्0 बजे भी अटेंडेंस रजिस्टर डायरेक्टर चैंबर में पहुंचा दिया जा रहा है, ताकि जल्दी जाने वाले डॉक्टरों पर भी नजर रखी जा सके।

बायोमीट्रिक मशीनें खराब

हास्पिटल में सभी स्टाफ्स के अटेंडेंस के लिए बायोमीट्रिक मशीन लगाई गई थी। लेकिन, अधिकतर मशीनें मेंटेनेंस के अभाव में खराब पड़ी हुई हैं। ऐसे में हास्पिटल में डॉक्टरों का लेट से आना और जल्दी जाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। वहीं अटेंडेंस के बारे में पूछने पर डॉक्टर कहते थे कि मशीन तो खराब है। ऐसे में अटेंडेंस बनाना संभव नहीं है।