-रविवार को ही कर दी थी कार्य बहिष्कार की घोषणा

-कचहरी परिसर से लेकर सड़कों पर वकीलों की अराजकता

-मौके पर मुस्तैद पुलिस फोर्स बनी रही मूकदर्शक

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KANPUR:

संडे को मालरोड में दंपति को पीटने के आरोप में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर वकील राम नारायण पांडेय को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जबकि दो आरोपी अभी भी फरार हैं। राम नारायण पांडेय के बुजुर्ग अधिवक्ता होने की बात कहते हुए वकीलों की ओर से सोमवार को कार्य बहिष्कार की घोषणा भी हो गई थी। मंडे को कोर्ट खुली तो सुबह से ही हंगामा शुरू हो गया। 12.35 बजे के करीब वकीलों ने कचहरी में नारेबाजी शुरू कर दी। वकीलों ने कोर्ट में जाकर तोड़फोड़ की। साथ ही वहां मौजूद वादकारियों से भी अभद्रता की। वहीं कचहरी के बाहर सड़क पर भी अराजकता फैलाई और राहगीरों को पीटने के अलावा अस्पताल दिखाने जा रहे वृद्ध को भी नहीं छोड़ा।

फोर्स खड़ी रही बवाल चलता रहा

कोर्ट में बनी कैंटीन में भी तोड़फोड़ हुई। इसके अलावा एसीएम-7 पूजा अग्निहोत्री के कार्यालय में तोड़फोड़ हुई। जिसके बाद गुस्साएं कलेक्ट्रेट कर्मचारियों ने भी हड़ताल कर दी। हंगामे की सूचना पर कई थानों का फोर्स, सीओ कोतवाली, बाबूपुरवा और एसपी वेस्ट कचहरीे के बाहर पहुंच गए।

अधिकारियों के साथ लिया जायजा

बवाल की सूचना पर एसएसपी शलभ माथुर भी कोर्ट पहुंचे। उन्होंने न्यायिक अधिकारियों के साथ कोर्ट में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। साथ ही कोर्ट में सुरक्षा व्यवस्था को और बढ़ा दिया गया है। हंगामे के दौरान वकीलों ने दंपति के खिलाफ रिपोर्ट की भी मांग की। हंगामे के दौरान प्रशासनिक अधिकारी गायब रहे। शाम को आरोपी वकील राम नारायण पांडेय की जमानत हो गई।