- करीब चार घंटे हाईवे पर दिया धरना
- वकीलों ने इमरजेंसी व्हीकल को नहीं रोका
- टै्रफिक पुलिस ने दौराला, सरधना रोड और रोहटा रोड की ओर किया रूट डायवर्ट
Meerut : वेस्ट यूपी बेंच का मुद्दा हर दिन और भी ज्यादा उग्र होता जा रहा है। हर रोज वकील कुछ ऐसा कर रहे हैं, जिससे पुलिस और डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन के पसीने छूट रहे हैं। वकीलों ने गुरुवार को एनएच-भ्8 जाम कर ट्रैफिक पुलिस को परेशान करके रख दिया। ट्रैफिक पुलिस जाम को देखते रूट को डायवर्ट भी कर दिया। उसके बाद वकीलों ने एमडीए स्थित रजिस्ट्री डिपार्टमेंट में बिल्कुल भी काम नहीं होने दिया। दोनो रजिस्ट्रारों और कर्मचारियों को बाहर कर दिया।
वकीलों ने लगाया जाम
गुरुवार को सुबह से ही वकील एनएच-भ्8 पहुंच गए और क्0 बजे से ही हाईवे के बीच बैठकर धरना देने लगे। देखते ही देखते हाईवे पर ट्रैफिक जाम लग गया। बढ़ते ट्रैफिक जाम को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस और लोकल पुलिस के पसीने छूटने शुरू हो गए। उन्होंने वकीलों को काफी समझाने का प्रयास किया। कोई वकील अपनी जगह से नहीं हिला। वकीलों ने कहा हमारा आंदोलन आम पब्लिक के लिए है। वकीलों का इसमें कोई भी निजी स्वार्थ नहीं है। साथ ही पब्लिक भी हमारे साथ है। अगर कोई दिक्कत होती भी है तो पब्लिक की कोई शिकायत नहीं होगी।
पुलिस ने किया रूट डायवर्ट
बढ़ते ट्रैफिक जाम को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने रूट डायवर्ट करना शुरू कर दिया। कई लोगों को रोहटा रोड की ओर डायवर्ट किया गया तो कुछ लोगों को सरधना रोड भेजा गया। वहीं कई लोगों ने अपने आपको को दौराला की ओर डायवर्ट कर लिया। ट्रैफिक जाम को खुलवाने में लोगों के पसीने छूट गए। पब्लिक को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई लोग अपने दफ्तर और जरूरी काम पर जाने में काफी लेट हो गए। दोपहर दो बजे तक वकील हाइवे पर डटे रहे।
इमरजेंसी व्हीकल को राहत
वहीं वकीलों के इस धरने पर भले ही आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा हो, लेकिन इमरजेंसी व्हीकल को बिल्कुल भी नहीं रोका गया। वेस्ट यूपी हाईकोर्ट बेंच स्थापना केंद्रीय समिति के चेयरमेन डीडी शर्मा ने कहा कि हमारा मकसद किसी को नुकसान पहुंचाने का नहीं है। हम जानते हैं कि पब्लिक हमारे साथ है। इसलिए एंबुलेंस, स्कूली बसों और इमरजेंसी व्हीकल को निकलवाने में पूरी तरह से सहयोग किया गया।
रजिस्ट्री डिपार्टमेंट की तालाबंदी
वहीं वकीलों के दूसरे ग्रुप ने दोपहर डेढ़ बजे रजिस्ट्री डिपार्टमेंट ताला बंदी की। जोन-फ् के सब रजिस्ट्रार की मानें तो वकील शोर शराबा करते हुए आए और दोनों ऑफिसों से सभी कर्मचारियों को बाहर दिया। दोनों ही ऑफिसों को मिलाकर करीब ब्0 लाख रुपए के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है।
लक्ष्मीकांत वाजपेयी से मिले वकील
वहीं वकीलों ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी से भी मुलाकात की। उन्होंने अपनी मांगों के बारे में प्रदेश अध्यक्ष से बात की। लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि वकीलों की मांगों के बारे में पूरी तरह से विचार किया जाएगा। पार्टी वकीलों के साथ है।
मुझे बहुत जरूरी काम से जाना है लेकिन वकीलों के जाम से मैं काफी लेट हो गया। क्या करूं कुछ समझ नहीं आ रहा।
- संजीव त्यागी, पल्लवपुरम
वकीलों की मांग जायज है, लेकिन पब्लिक को परेशान करने का क्या तुक है। वकीलों को इस बारे में थोड़ा ध्यान देना चाहिए।
- रवि अहलावत, मोदीपुरम
जाम से तो मेरी हालत ही खराब हो गई। मुझे रोहटा रोड की ओर अपनी बाइक को मोड़नी पड़ी। फिर भी लेट हो गया।
- शरद शर्मा, मोदीपुरम
मैं करीब दो घंटे ट्रैफिक जाम में फंसा रहा। ट्रैफिक पुलिस काफी देर तक मूकदर्शक ही बनी रही। पब्लिक परेशान होती रही।
- विजय कुमार, अक्षरधाम
आखिर इस समस्या का समाधान कब होगा। कभी कोई जाम लगा देता है तो कभी कोई। पिसना हमेशा पब्लिक को ही पड़ता है।
- दीपक रस्तोगी, पल्लवपुरम फेज-ख्
सरकार को एक ऑर्डर पास कर देना चाहिए कि एनएच जैसे रोड पर कोई धरना प्रदर्शन नहीं होगा। तब तक कुछ नहीं होने वाला।
- शकीर चौहान, दुल्हैड़ा
जाम में फंसने के बाद मैंने सरधना रोड पकड़ा। थोड़ा लेट जरूर हुआ रूट भी लंबा हुआ। लेकिन मेरे पास कोई दूसरा ऑप्शन नहीं था।
- तरुण कुमार, पल्लवपुरम फेज-क्
वकीलों का मुद्दा ठीक है। लेकिन पब्लिक को परेशान करने का कोई मतलब नहीं है। ऐसा वकीलों को नहीं करना चाहिए।
- चांदवीर सिंह, पीएससी गोल भट्टा