वकीलों के कड़े विरोध के बीच पारित हुआ प्रस्ताव

Meerut। कमर्शियल कोर्ट को कचहरी परिसर से बाहर किए जाने के विरोध में गुरूवार को मेरठ बार एसोसिएशन व जिला बार एसोसिएशन की एक संयुक्त आमसभा मेरठ बार एसोसिएशन के पंडित नानक चंद सभागार में हुई।

जारी रहेगा विरोध

बैठक की अध्यक्षता मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मांगेराम व जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रविन्द्र कुमार सिंह ने की, जबकि संचालन महामंत्री नरेश दत्त शर्मा ने किया। आमसभा में बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मांगेराम ने कॉमर्शियल कोर्ट के स्थान को लेकर चली आ रही हड़ताल को स्थगित करने की घोषणा की। कॅमर्शियल कोर्ट की स्थापना के लिये एक उपयुक्त भवन जो जनपद न्यायालय के पास हो, उसकी जगह तलाश एवं आवंटन की पुष्टि की है। जिसके बाद जिला जज एवं जिलाधिकारी कमर्शियल कोर्ट कचहरी परिसर में ही उपयुक्त स्थान पर स्थापित की जाने की बात तय हुई.जिसके बाद सभी वकीलों ने न्यायालयों में सुचारू रूप से कार्य करने का फैसला लिया। साथ ही यह भी बात हुई कि यदि भविष्य में कोई प्रतिकूल निर्णय कॉमर्शियल कोर्ट की स्थापना के विषय में किया जाता है तो वकील फिर आंदोलन करेंगे।

हड़ताल समाप्ति की बात पर भड़के वकील

कचहरी परिसर में कर्मशियल कोर्ट के मामले पर वकीलों में भी मनमुटाव देखने को मिला। गौरतलब है कि गुरूवार को मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने आमसभा में हड़ताल की समाप्ति की घोषणा की थी। इस बात को सुनकर अन्य वकील आक्रोशित हो गए और उन्होंने कहा कि जब तक हमारी मांग नहीं मानी जाती तब तक हम हड़ताल पर रहेंगें, इसके बाद वकीलों ने कचहरी में प्रदर्शन भी किया। हालांकि बाद में कुछ पूर्व अध्यक्ष और पूर्व महामंत्री ने मीटिंग की। इसके बाद हड़ताल समाप्ति की बजाए स्थगन की बात की गई।

भड़क उठे अधिवक्ता

मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मांगे राम ने आम सभा में हड़ताल खत्म करने का ऐलान किया तो वकील उग्र हो गए। उन्होंने न्यायिक अधिकारियों से कहा कि कमर्शियल कोर्ट कचहरी के अन्दर रहनी चाहिए, मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मांगेराम ने बताया कि हमारी मांग थी कि शास्त्रीनगर में कोर्ट न बने, यह मांग हमारी मान ली गई, लेकिन कुछ वकील यह चाहते थे कि जब तक कोर्ट के लिए भवन और अन्य जगह तलाश की जाए तब तक हड़ताल जारी रहे, हड़ताल से क्लाइंट्स को दिक्कत हो रही थी, सब को ध्यान में रखते हुए हड़ताल खोल दी गई। हमारी मांग को मान लिया गया है।