-बंगाल से पिता ने दी बेटे के अपहरण की सूचना, बेटी जंक्शन में भाई को ढूढ़ती रही

-जीआरपी के जवानों ने टीम गठित कर जम्मूतवी एक्सप्रेस में ली तलाशी

बरेली। बंगाल से किशोर के अपहरण की सूचना पर बरेली जंक्शन पर हड़कंप मच गया। पिता आलमबख्स से भाई साबिर (12) के अपहरण की सूचना मिलने पर बहन चांदनी (लक्ष्मी) शाम हो ही जंक्शन पर जीआरपी थाने पहुंची। तहरीर और पड़ोसी पर अपहरण कर जम्मूतवी एक्सप्रेस से दिल्ली जाने की शिकायत दर्ज कराई। जिसपर हरकत में आई जीआरपी ने टीम गठित कर ट्रेन की चेकिंग की। हालांकि भीड़ अत्यधिक होने के कारण सभी कोचों को खंगाल नहीं पाई, वहीं पीडि़ता एक-एक कोच में बदहवास होकर चिखती-चिल्लाती कह रही थी भाई साबिर कहा हो, बोलो भाई। जिसे सुनकर प्लेटफार्म और ट्रेन में सवार लोग भी इसका कारण पूछते नजर हैं।

यह है मामला

पीडि़ता ने जीआरपी ने थाने में तहरीर दी। आरोप भाई और अपने पिता के पड़ोसी की महिला की तस्वीर भी दी। आरोप लगाया कि उसके भाई को बहला-फुसलाकर अपहरण कर लिया। इसके बाद जम्मूतवी एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए रवाना हो गई। पीछा करने के बाद भी नाकाम पिता ने घटना की जानकारी और डिटेल्स मोबाइल पर दिया।

सुबह थाने आई होती पीडि़ता

महिला सुबह फरीदपुर थाने पर गई थी, जहां आपबीती सुनाई तो उन्होंने बरेली जंक्शन के लिए भेज दिया। इसके बाद पीडि़ता शाम को बरेली जंक्शन पर पहुंची। तहरीर मिलने के बाद हरकत में आई जीआरपी ट्रेन को ट्रेस किया तो पता लगा वह शाहजहांपुर जंक्शन क्रास कर गई है, जिसके कारण वहां चेकिंग नहीं कराई जा सकी। ऐसे में जवानों का कहना था कि यदि महिला पहले आती तो लखनऊ से ही ट्रेस कराया जाता तो शायद कुछ पता लगता।

आप कुछ नहीं किए, ट्रेन चली गई

ट्रेन आने पीडि़ता अपने ही पती रामलखन से भिड़ गई। रोते हुए बोली आप कुछ नहीं किए और ट्रेन चली गई। जिसके काफी समझाया-बुझाया तो रोते-बिलखते हुए प्लेटफार्म नंबर एक पर आई। हालांकि काफी देर बाद अपने घर फरीदपुर चली गई।

प्रेम विवाह कर बरेली में रहती है पीडि़ता

लक्ष्मी ने बताया कि कई साल पहले उसने राम लखन से प्रेम विवाह किया था, जिसके बाद वह गोपालपुर थाना फरीदपुर में रहने लगी। यहां उसके चार बच्चे हैं। वे गाना-बजाना कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं।

तहरीर मिलने के बाद टीम गठित की गई। ट्रेन आने पर चेकिंग कराई गई, लेकिन पता नहीं चला। हालांकि ट्रेन जाने पर रूट के थानों को अलर्ट कर दिया गया है।

-किशन अवतार, इंस्पेक्टर जीआरपी