जेके टायर की ओर से जारी किया गया बयान

एक बयान में जेके टायर की ओर से ये कहा गया है कि जेके और उसके पूर्ण स्वामित्व वाली जेके एशिया पैसिफिक सिंगापुर ने कैवेंडिश इंडस्ट्रीज लिमिटेड (सीआईएल) में 100 फीसद हिस्सेदारी खरीदने के लिए केसोराम इंडस्ट्रीज (केआईएल) के साथ बाध्यकारी करार किया है। बताया गया है कि सीआईएल के पास हरिद्वार (लक्सर) यूनिट का स्वामित्व है। इसके अंतर्गत टायर, ट्यूब्स और फ्लैप्स के विभिन्न रेंज की मैन्यूफैक्चरिंग कराई जाती है।

कंपनी ने दी जानकारी

टायर कंपनी की ओर से इस तरह की जानकारी दी गई है कि जेके ग्रुप अधिकतम 2,200 करोड़ रुपये मूल्य पर इसके अधिग्रहण पर सहमत हो गया है। इसमें जेके टायर के पास सबसे ज्यादा शेयरहोल्डिंग होगी। उसके पास सहयोगी/ग्रुप कंपनियों के साथ 55 फीसद हिस्सेदारी बढ़ाने के विकल्प के साथ सीआईएल के प्रबंधन पर प्रभावी नियंत्रण होगा। अलग से जारी एक बयान में केसोराम इंडस्ट्रीज ने कहा कि वह सहायक कंपनी सीआईएल में अपनी हिस्सेदारी बेचेगी। इसमें उसकी 99 फीसद हिस्सेदारी है।

ऐसा कहना है अधिकारी का

जेके टायर के चेयरमैन रघुपति सिंघानिया ने कहा कि यह ट्रांजेक्शन अधिग्रहण के संबंध में कंपनी की बुनियादी मजबूती और सभी हितधारकों को अच्छे परिणाम  देने की क्षमताओं को दर्शाता है। इस अधिग्रहण के लिए आंतरिक स्रोतों और कर्ज के जरिये पूंजी जुटाई जाएगी। इसमें अन्य ग्रुप इकाइयों की मदद ली जा सकती है। जेके ग्रुप देश के प्रमुख उद्योग घरानों में से एक है। इसका कारोबार ऑटोमोटिव टायर, सीमेंट, पेपर, ऑटो-कंपोनेंट और अन्य उद्योगों में फैला हुआ है।

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