बिहार में चमकी बुखार की चर्चा के बाद शहर में भी लीची की बिक्री में गिरावट

बिहार में चमकी बुखार फैलने के बाद लीची का कारोबार प्रभावित, आढ़ती परेशान

डॉक्टर्स बोले, लीची नहीं चमकी बुखार की वजह

40 से 50 रूपये प्रति किलो तक आ गए इन दिनों लीची के दाम

100 से 150 रूपये प्रति किलो पहले बिक रही थी लीची

50 फीसदी से ज्यादा का कारोबार हो गया प्रभावित

60 से 70 फीसदी तक लीची का व्यापार हो रहा है प्रभावित

Meerut। बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार देशभर में चर्चाओं की वजह बनी हुआ है। इस बीमारी से जहां सैकड़ों बच्चों की मौत हो गई। डॉक्टरी जांच में बीमारी की वजह इनसेफिलाइटिस सिंड्रोम बताई जा रही है, लेकिन लीची पर भी जमकर बवाल हो रहा है। बच्चों की मौत का कारण कई जगह लीची से भी जोड़कर देखा जा रहा है। लीची के बदनाम होते ही इसकी मांग पर भी भारी असर पड़ गया है। धड़ाम हो गई है। आलम ये है कि बाजार में लीची के दाम धड़ाम होकर 40 से 50 रूपये तक हो गए हैं। हालांकि डॉक्टर्स का कहना है कि बीमारी का लीची से कोई लेना-देना नहीं हैं।

लीची की घटी मांग

लीची पर हुए विवाद के बाद शहर में लीची की मांग तेजी से कम हो गई है। फल विक्रेताओं का कहना है कि इस मौसम में लीची की आमद बहुत ज्यादा होती है। चमकी बुखार की वजह लीची को बताने की वजह से कारोबार आधे से भी कम हो गया है। पहले लीची जहां आराम से 100 से 150 रूपये किलो बिक रही थी वहीं अब 40 से 50 रूपये किलो का रेट हो गया है। वहीं आढ़तियों का कहना है कि लीची की डिमांड बहुत कम हो गई है। कई-कई कंटेनर गोदाम में रखे ही खराब हो रहे हैं।

वायरल वीडियो के बाद चर्चा

इन दिनों सोशल मीडिया लीची में कीड़ा रेंगने का वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है। लीची में कीड़े दिखाती इस वीडियो को देखने के बाद चर्चा शुरू हो गई। वीडियो में बताया जा रहा है कि लीची में कीड़े फल को खराब कर देते हैं। कीड़ा लगी लीची खाने से मौत भी हो सकती है। इसके बाद काफी लोगों ने फिलहाल लीची खाने से परहेज भी कर लिया है।

लीची चमकी बुखार की वजह नहीं हैं। इनसेफिलाइटिस सिंड्रोम की वजह से बच्चों में बीमारी फैल रही है। को इंसिडेंटली लीची पर विवाद हो गया है।

डॉ। विनय जायसवाल, सीनियर पीडियाट्रिक, मेडिकल कॉलेज

बिहार में फैले बुखार की वजह लीची नहीं हैं। इस बीमारी की वजह पूरी तरह से अलग होती हैं। किसी भी फल को खाने से इस तरह की बीमारी नहीं फैलती हैं।

डॉ। आनंद प्रकाश, सीनियर पीडियाट्रिक

चमकी बुखार की वजह से कारोबार पर बहुत फर्क पड़ा है। एक महीने पहले तक जहां लीची की बिक्री तेजी पर थी। वहीं अब इसकी मांग 60 से 70 प्रतिशत तक घट गई है।

विनोद सोनकर, फल आढ़ती

लीची की बिक्री में काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। डिमांड तेजी से गिर गई है। कई कंटेनर खराब हो गए हैं। कारोबार चौपट हो गया है।

संजय, फल आढ़ती

जब से वीडियो वायरल हुआ है तब से लीची खाना बंद कर दी है। लीची में कीड़े भी आ रहे हैं रिस्क लेने से कोई फायदा नहीं हैं।

दीपक

लीची अब खरीदनी बंद कर दी हैं। बच्चों की सेहत का ख्याल रखना भी जरूरी है। वीडियो कितना सही है ये तो पता नहीं लेकिन बचाव जरूरी है।

प्रियंका