जान जोखिम में डालकर रेलवे ट्रैक पार कर रहे लोग, क्या बड़े हादसे के बाद ही बनेगा पुल?

- चुटिया का रेल फाटक बन गया है सिरदर्द

- अधिकतर समय ट्रेन गुजरने के कारण बंद रहता है फाटक

- लोगों को घर पहुंचने में भी हो जाता है लेट

-सालों से है एक अदद पुल का इंतजार

-15 हजार से अधिक घर है फाटक के दोनों ओर

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RANCHI (21 छ्वड्डठ्ठ) : रेलवे को देश की पब्लिक को जोड़ने वाला सबसे बड़ा नेटवर्क माना जाता है। हर दिन हजारों लोग ट्रेन में सफर भी करते हैं। लेकिन रांची रेलवे स्टेशन से महज कुछ ही दूरी पर बना रेलवे क्रॉसिंग लोगों के लिए सिरदर्द बन गया है। जहां आज भी लोग अपनी जान जोखिम में डालकर ट्रैक पार कर रहे हैं। इतना ही नहीं ट्रेन के वक्त तो लोग दौड़ लगाने से भी नहीं चूकते। जबकि वे ये जानते हैं कि उनकी जरा सी लापरवाही से जान चली जाएगी। इसके बावजूद न तो पब्लिक समझने को तैयार है और न ही रेलवे इसे गंभीरता से ले रहा है। यही वजह है कि आजतक वहां एक पुल नहीं बन पाया। जिससे यह तो साफ है कि किसी बड़े हादसे के बाद ही वहां पर पुल का निर्माण कराया जाएगा।

ट्रेनों को पार कराने को बंद रहता फाटक

रांची से हर दिन करीब 50 ट्रेनें हर दिन गुजरती हैं। वहीं सुबह से शाम तक गुड्स ट्रेनों के भी आने का सिलसिला जारी रहता है। इस वजह से फाटक को बंद कर दिया जाता है। अगर दो ट्रेनें एक समय में गुजर जाएं, तो फिर पब्लिक के लिए टाइम से कहीं पहुंचना आफत बन जाता है। यह देखकर कई लोग बंद फाटक में जान जोखिम में डालकर फाटक करने लगते हैं।

फाटक खुलते ही भागम-भाग

फाटक बंद रहने के कारण वहां पर जाम की स्थिति बन जाती है। दोनों ओर से गाडि़यों की लंबी लाइन को इंतजार रहता है तो बस फाटक खुलने का। ऐसे में ट्रेन के जाते ही जब फाटक खुलता है, तो भागम-भाग मच जाती है। वहीं रास्ता ठीक नहीं होने से गाडि़यां फंस भी जाती हैं। इस वजह से भी कई बार दुर्घटना हो चुकी है।

ट्रेन आने पर लगा देते हैं ट्रैक पर दौड़

गाड़ी वाले तो फाटक बंद रहने पर इंतजार में खड़े रहते हैं, लेकिन साइकिल वालों को जाने की कुछ ज्यादा ही जल्दी रहती है। ऐसे में जहां से जगह मिलती है, वे साइकिल निकाल लेते हैं। वहीं पैदल चलने वाले तो ट्रेन को देखते ही दौड़ लगा देते हैं। ऐसे में थोड़ी से चूक जान ले सकती है।

बड़ी आबादी को पुल बनने का इंतजार

चुटिया पावर हाउस फाटक के दोनों ओर 15 हजार से अधिक घर हैं। ऐसे में पब्लिक की बात करें तो एक बड़ी आबादी को फाटक बंद होने से परेशानी झेलनी पड़ती है। कई बार तो लोग फाटक के चक्कर में सामान भी लेने के लिए नहीं जाते। एक सामान खरीदने के चक्कर में काफी देर इंतजार भी करना पड़ता है। ऐसे में लोगों को एक अदद पुल का इंतजार है। अगर यहां पुल बन जाए, तो लोगों को घंटों तक फाटक खुलने का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

सालों से पुल बनाने की बात सुनने को मिल रही है। लेकिन आजतक काम शुरू नहीं हो पाया। अगर पुल बन जाए तो सारी समस्या ही खत्म हो जाएगी। चूंकि फाटक बंद होने पर कभी-कभी तो घंटों इंतजार करना पड़ जाता है।

प्रकाश तांती

जब ट्रेन आती है, तो फाटक को बंद किया जाता है। इसका एक ही समाधान है कि यहां पर एक पुल बना दिया जाए। नहीं तो ट्रेनें आती रहेंगी और फाटक बंद रहेगा। पब्लिक के पास इसके अलावा कोई चारा ही नहीं है।

कृष्णा साहू