कंपनी के सर्वे में एलईडी की रोशनी से चोरी व छिनैती की घटनाएं हुई कम

ALLAHABAD: शाम होते ही शहर की गलियां अब सोडियम लाइट से नहीं, बल्कि एलईडी की दूधिया रोशनी से जगमग हो रही हैं। गलियों में एलईडी लगाने वाली कंपनी ईईएसएल का दावा है कि इससे नगर निगम को हर माह करीब 48 लाख रुपए की बचत होगी। टारगेट पूरा होने के बाद मीडिया को यह जानकारी कंपनी के मैनेजिंग डॉयरेक्टर सौरभ कुमार ने दी।

स्ट्रीट वेंडरों का बढ़ा बिजनेस

ईईएसएल के मुताबिक एलईडी की रोशनी से जगमग होने वाला इलाहाबाद यूपी का पहला शहर बन गया है। 19 सितंबर को ईईएसएल ने यूपी गवर्नमेंट से एमओयू साइन किया था। नगर निगमों के साथ ही नगर पंचायत व नगर पालिकाओं में एलईडी लाइटें लगाई जाएंगी। एलईडी लगाने का टारगेट पूरा होने के बाद शहर में कंपनी द्वारा सर्वे कराया गया। दावा किया गया है कि सर्वे में अधिकांश महिलाओं ने माना कि एलईडी लगने के बाद से चोरी व छिनैती जैसी घटनाओं में कमी आई है। रोशनी की वजह से बढ़े बिजनेस को देखते हुए स्ट्रीट वेंडर भी काफी खुश हैं।

मोबाइल एप से होगी मानिटरिंग

ईईएसएल ने नगर निगमों के 50 प्रतिशत से अधिक बिल की बचत की है। सात साल तक लाइटों का मेंटीनेंस कंपनी ही करेगा। बताया गया कि अब लगाई गई एलईडी की मानिटरिंग एप के थ्रू होगी। इसके लिए प्लान बनाया जा रहा है। कंपनी ने एक डैश बोर्ड तैयार किया है। जिससे यह पता चलेगा कि एलईडी लाइटें जल रही हैं या नहीं। जल्द ही मोबाइल एप जारी किया जाएगा। जिसके थ्रू स्ट्रीट लाइट की मानिटरिंग लोग खुद कर सकेंगे। कम्प्लेन की भी सुविधा होगी। यहां यह व्यवस्था चालू होने में करीब डेढ़ महीने का समय लगेगा।