- बनारस की घट रही हरियाली से खतरा बढ़ा, मौसम विज्ञानी और सिविल इंजीनियरों ने जाहिर की चिंता

- आकाशीय गरज के साथ हो रही झमाझम बारिश

VARANASI

बनारस पर मॉनसून मेहरबान है। आकाशीय गरज के साथ झमाझम बारिश भी हो रही है। यदि आप इस सावनी फुहार में भींगना चाहते हैं तो ये खबर एक बार जरुर पढ़ लीजिए। क्योंकि बारिश में खुल आसमान के नीचे रहना खतरे से भरा है। जी हां बनारस की लगातार घट रही हरियाली से आकाशीय बिजली का खतरा बढ़ गया है। मौसम विज्ञानियों ने इसे लेकर चिंता जाहिर की है। उनका कहना है कि आकाशीय बिजली के मामले में बनारस हाई रिस्क जोन में रखा है।

बिजली गिरने की आशंका ज्यादा

आईआईटी बीएचयू के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के प्रो। पीके एस दीक्षित कहते हैं कि दो दशक पहले बनारस में अच्छी हरियाली थी। इससे यहां का तापमान भी कम रहता था। ऐसे में कम दबाव का क्षेत्र स्थानीय होता था, बिजली भी किन्हीं स्थानों पर ही गिरती थी। चूंकि बिजली की प्रकृति धरती के अंदर जाने की होती है और पेड़ इसके बेहतर सुचालक होते हैं, इसलिए बिजली अधिकतर पेड़ों पर गिरती थी। जैसे-जैसे पेड़ कटने लगे, वैसे ही बिजली सड़क, मैदान व घरों पर गिरने लगी। बनारस में सिर्फ आठ प्रतिशत ही हरियाली है। शहर की स्थिति और गंभीर है, यहां तो सिर्फ पांच फीसद ही हरियाली है। ऐसी स्थिति में शहर में आकाशीय बिजली गिरने की आशंका ज्यादा बनी है।

मोबाइल भी बढ़ा रहा खतरा

मौसम वैज्ञानिक एसएन पांडेय ने कहा कि कंडक्टर की तलाश में बिजली जमीन पर आ जाती है। उसे बेहतर सुचालक मिलेगा तो वह बिना नुकसान के धरती में समा जाएगी। पेड़ लगाने से बिजली गिरने पर नुकसान की आशंका घट जाती है। लोगों को अपने घर की छत पर तडि़त चालक भी लगाना चाहिए। यह वह टावर है, जिसका लिंक जमीन में अर्थिग देकर बनाया जाना होता है। पहले बिजली गिरने की घटना यदा-कदा होती थी, लेकिन पिछले एक-दो दशक से हरियाली कम होती गयी और मोबाइल का प्रयोग भी जबर्दस्त बढ़ा। मोबाइल के सिग्नल की तरंगें सुचालक बनकर बिजली के लिए धरती तक तरंगदै‌र्ध्य का काम करती हैं। बिजली को सुचालक माध्यम मिलने के कारण उसके गिरने की घटनाएं बढ़ी है।

इन बातों का रखें ध्यान

आकाश से गिरने वाली बिजली हर साल सैकड़ों लोगों की जान लेती हैं। लेकिन अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो खुले आसमान के नीचे रहकर भी आसमान से गिरने वाली बिजली से अपनी जान बचाई जा सकती है।

-अगर आसमान में बिजली कड़क रही है और आप घर के बाहर हैं तो सबसे पहले सुरक्षित (मजबूत छत) वाली जगह तक पहुंचने का प्रयास करें।

-आसमान के नीचे हैं तो अपने हाथों को कानों पर रख लें, ताकि बिजली की तेज आवाज से कान के पर्दे न फट जाएं।

-अपनी दोनों एडि़यों को जोड़कर जमीन पर बैठ जाएं।

-अगर इस दौरान आप एक से ज्यादा लोग हैं तो एक दूसरे का हाथ पकड़कर बिल्कुल न रहें, बल्कि एक दूसरे से दूरी बनाकर रखें।

-छतरी या सरिया जैसी कोई चीज है तो अपने से दूर रखें, ऐसी चीजों पर बिजली गिरने की आशंका सबसे ज्यादा होती है।

-आकाशीय बिजली की प्रक्रिया कुछ सेंकेड के लिए होती है, लेकिन इसमें इतने ज्यादा बोल्ट का करंट होता है कि आदमी की जान लेने के लिए काफी होता है।