नई दिल्ली (आईएएनएस / एएनआई)। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत के निधन की खबर से पूरे देश में शोक की लहर है। बुधवार को तमिलनाडु में कुन्नूर के पास एक हेलिकाॅप्टर हादसे में बिपिन रावत बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य की मौत हो गई है। हादसे के वक्त जनरल बिपिन रावत एक व्याख्यान कार्यक्रम में शरीक होने जा रहे थे। जनरल बिपिन रावत भारतीय सेना का एक ऐसा नाम थे जिसका नाम सुनकर दुश्मनों के पैर कांपने लगते थे। बिपिन रावत बिपिन रावत के दो बेटियां है। उनकी एक बेटी का नाम कृतिका रावत है और दूसरी का नाम तारिणी रावत है।

बिपिन रावत ने 2016 को सेना के प्रमुख के रूप में पदभार संभाला था

जनरल बिपिन रावत ने 31 दिसंबर, 2016 को सेना के प्रमुख के रूप में पदभार संभाला था। इसके बाद इस पद से रिटायर होते ही 1 जनवरी, 2020 को पूर्व सेना प्रमुख बिपिन रावत ने देश के पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद ग्रहण किया था। बिपिन रावत का परिवार चार पीढ़ियों से भारतीय सेना की सेवा कर रहा है। उनके पिता लक्ष्मण सिंह रावत ने भारतीय सेना की सेवा की थी, और लेफ्टिनेंट-जनरल के पद तक पहुंचे थे।

मधुलिका सेना की विधवाओं, विकलांग बच्चों आदि की मदद करती थीं

वहीं उनकी पत्नी मधुलिका भी काफी जज्बे वाली महिला थीं। वह आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन (AWWA) की अध्यक्ष थीं। AWWA सेना के जवानों की पत्नियों, बच्चों और आश्रितों के कल्याण को सुनिश्चित करने की दिशा में काम करने वाले सबसे बड़े गैर सरकारी संगठनों में से एक है। मधुलिका ने सेना की विधवाओं, विकलांग बच्चों, कैंसर रोगियों और सेना के जवानों के आश्रितों के कल्याण के लिए तमाम काम किया।

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