RANCHI: यदि आप भी ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अप्लाई कर रहे हैं, तो इस साल परमानेंट डीएल पाने की उम्मीद मत ही रखिए। दरअसल, ट्रैफिक रूल्स सख्त होने के बाद डीएल के आवेदकों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है। आलम यह है कि पहले जहां प्रति दिन रांची डीटीओ में 40-50 आवेदन आते थे, वहीं अब इनकी संख्या 180 से लेकर 200 के करीब हो गई है। नतीजन, लगभग एक हफ्ते में जो लर्निग लाइसेंस मिलता है। उसका समय बढ़कर एक महीने हो गया है। इतना ही नहीं, अगले एक महीने यानी अक्टूबर तक का पूरा स्लॉट भी बुक हो चुका है। अब नवंबर की डेट दी जा रही है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि इस साल अप्लाई करेंगे तो डीएल अगले साल ही मिलेगा।

मैनपावर कम, आवेदक ज्यादा

रांची डीटीओ ऑफिस में इन दिनों ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने वालों की लंबी लाइन लग रही है। वहीं, मैन पावर की भी पहले से ही कमी है। इस कारण काम डिले होता था। ऐसे में अब आवेदकों का प्रेशर तो बढ़ा लेकिन मैन पावर में कोई सुधार नहीं हुआ है। जाहिर है डीएल के लिए और इंतजार करना ही होगा। गौरतलब हो कि ट्रैफिक पुलिस के भारी भरकम जुर्माने से बचने के लिए लोगों की प्रायोरिटी सिर्फ और सिर्फ गाड़ी के पेपर अपडेट कराना रह गया है। हेवी चालान कटने से लोग सारे काम छोड़ पर डॉक्यूमेंट अपडेट कराने में जुट गए हैं। ऐसे में डीटीओ ऑफिस में डीएल के आवेदकों की बाढ़ सी आ गई है।

अब लर्निग में भी एक महीना

ऐसे में डीटीओ ऑफिस से लर्निग लाइसेंस लेने में भी लोगों के पसीने छूट रहे है। आवेदक को कम्प्यूटर टेस्ट से लेकर फोटो खिंचवाने के लिए भी एक महीने आगे का समय दिया जा रहा है। यानी आज अगर आप आवेदन करते हैं तो एक महीने बाद आपसे कम्प्यूटर टेस्ट लिया जायेगा। इसके बाद ही आपको लर्निग लाइसेंस मिल सकता है। मतलब यह हुआ है पहले परमानेंट लाइसेंस के लिए एक महीने रुकना पड़ता था, अब लर्निग लाइसेंस के लिए भी एक महीना इंतजार करना पड़ रहा है।

परमानेंट डीएल 3 माह से पहले नहीं

प्रेशर कुछ इस कदर बढ़ चुका है कि जो लाइसेंस एक महीने में मिल जाता था वह अब तीन महीने बाद मिलेगा। हो सकता है इससे ज्यादा भी समय लग जाए। लर्निग लाइसेंस मिलने के बाद ही परमानेंट के लिए आवेदन किया जाता है। लगभग एक से डेढ़ महीने बाद लर्निग लाइसेंस मिल पाएगा। इसके बाद परमानेंट के लिए फिर से आवेदन किया जाता है। इसके लिए भी ड्राइविंग टेस्ट लिया जाता है। परमानेंट लाइसेंस मिलने में 15 से 20 दिन का समय लगता था। लेकिन प्रेशर बढ़ने के कारण यह तीन महीने से पहले नहीं मिल पाएगा। इसे बाई पोस्ट आपके दिए हुए पते पर भेजा जाता है।

अगले माह का स्लॉट बुक, अब नवंबर की डेट

लाइसेंस के लिए अप्लाई करने के बाद आवेदन की स्क्रूटनी होती है। इसके बाद कंप्यूटर टेस्ट लिया जाता है। टेस्ट के बाद ही फोटो खिंचवाया जाता है। लगभग एक हफ्ते में लर्निग लाइसेंस मिल जाता है। लेकिन आवेदन की संख्या में इजाफा के कारण एक हफ्ते का काम एक महीने में बदल चुका है। अगले एक महीने का भी पूरा स्लॉट बुक हो चुका है। अब नवंबर की डेट दी जा रही है।

वर्जन::::::::

काम हो रहा है। दो काउंटर बनाए गए हैं। पहले की अपेक्षा आवेदन ज्यादा आ रहे हैं। लोगों में जागरुकता आई है। इसलिए वे ड्राइविंग लाइसेंस बनवा रहे हैं। सभी को समय पर लाइसेंस मिल जाएगा।

-संजीव कुमार, डीटीओ, रांची