मरीजों को मिलेगी सहूलियत, शुरु होगा प्लांट

प्रमुख सचिव ने दिए जनवरी में शुरु करने के निर्देश

Meerut । नए साल पर मेडिकल कॉलेज में लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट शुरु किया जाएगा। ऐसे में जहां मरीजों की सहूलियत बढेगी, वहीं अस्पताल में भी ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था से निजात मिल सकेगी। प्रमुख सचिव डॉ। रजनीश दुबे ने मेडिकल कॉलेज प्रशासन को इसे हर हाल में जनवरी में शुरु करने के निर्देश दे दिए हैं।

यह है स्थिति

मेडिकल कॉलेज में अभी सिलेंडर के द्वारा ऑक्सिजन सप्लाई होती है। हाल-फिलहाल में 80 से 100 ऑक्सीजन सिलेंडर की रोजाना खपत होती है। इसके साथ ही इन्हें बदलने के लिए ट्रेंड मैनपॉवर की जरूरत होती है। वहीं सबसे बड़ा खतरा इनके खत्म होने का रहता है। ऐसे में इस व्यवस्था को खत्म करने के लिए लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट की व्यवस्था को लागू किया जा रहा है। लिक्विड ऑक्सीजन की सुविधा शुरू होने के बाद मेडिकल कॉलेज में स्टोरेज टैंक बनेगा। जहां पाइप के माध्यम से मरीजों के बेड तक लिक्विड ऑक्सीजन पहुंचेगी। यहां करीब 10 लाख लीटर स्टोरेज की क्षमता का प्लांट तैयार किया जा रहा है। ग्लोबल टेंडरिंग के तहत आइनॉक्स एयर प्रोडक्ट लिमिटेड की ओर से इसका निर्माण किया जा रहा है। इसके तहत 15 रुपये लीटर के हिसाब से ऑक्सीजन का शुल्क मेडिकल प्रशासन अदा करेगा। हालाकि इमरजेंसी के लिए 10 से 15 सिलेंडर भी रख्ो जाएंगे।

तीन बार हुए बदलाव

लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के लिए मेडिकल कॉलेज और आइनोक्स कंपनी को तीन बार साइट में बदलाव करने पड़े। सुरक्षा मानक पूरे न होने की वजह से कंपनी को दोबारा से मैप तैयार करना पड़ा इसके साथ ही साइट में भी बदलाव किए गए। पहले आक्सीजन प्लांट के आगे बैरियर नहीं था, जिससे किसी वाहन की टक्कर सीधे ही टैंक पर न लगे। इसे अप्रूव करवाने के बाद ही इसे शुरु किया जा सका है। हालांकि अभी लाइसेंस लेना बाकी है।

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लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट जनवरी में शुरु कर दिया जाएगा। प्रमुख सचिव की ओर से वीडियो कांफ्रेंसिंग में भी इसके निर्देश मिल चुके हैं। हमारी ओर से तैयारी चल रही है।

डॉ। आरसी गुप्ता

प्रिंसिपल, मेडिकल कॉलेज