आपको हैरत में डाल देंगी दुनिया की ये 10 कमाल की इमारतें
राजधानी गेट, अबू धाबी (UAE)
अबू धाबी की इस झुकावदार इमारत के सामने तो पीसा की मीनार भी पानी भरने को तैयार है। राजधानी गेट, नाम की ये इमारत गगनचुम्बी है। अबू धाबी की इस इमारत को राष्ट्रीय प्रदर्शनियों कंपनी टॉवर द्वारा विकसित किया गया था। इस राजधानी गेट का नाम 2010 से गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी शामिल है। ये झुकावदार इमारत शहर की सबसे ऊंची बिल्डिंग है और 18 डिग्री पश्चिम की ओर झुकी हुई है। इसमें कुल 35 मंजिले दी गईं हैं। इसको टिकाने का सबसे बड़ा रहस्य ये है कि ये जमीन के नीचे कम से कम 20-30 मीटर की गहराई से खड़ी हुई है।
मरीना बे सैंड्स होटल - सिंगापुर
सिंगापुर में आसमान को छूती संभवत: ये सबसे ऊंची इमारत है। इस होटल की खासियत ये है कि इसमें 3 टावर्स में जबरदस्त कसीनो चलते हैं। इसकी इमारत को नांव का आकार दिया गया है, जिसमें कुल 57 फ्लोर्स हैं। इस इमारत के अंदर आपको पूल, रेस्तरां, चॉकलेट बार और सबसे ज्यादा प्रसिद्ध कू डे टा क्लब भी मिलेगा। इसके ग्राउंड लेवल को मीट्रो सिस्टम से जोड़ा गया है। इसके सिर्फ कसीनो को ही प्रॉपर्टी के नजरिए से देखें तो उसकी कीमत $8 अरब है।
सिटी ऑफ आर्ट्स एंड साइंस - वालेंसिया, स्पेन
स्पेन के वालेंसिया में स्थित ये सिटी ऑफ आर्ट्स एंड साइंस मनोरंजन पर आधारित आर्किटेक्चरल कॉप्लेक्स है। ये इमारत इस शहर में टूरिज़्म के नजरिए से काफी अहमियत रखती है। ये पूरा कॉम्पलेक्स तूरिया के पूर्व नदी के ताल पर स्थित है, जिसको 1957 में एक भयावह बाढ़ के बाद सुखाया और उसके रास्ते को बदला गया था। इसको 1996 जुलाई में वालेंसिया के आर्किटेक्ट सांटियागो कैलेट्रावा ने डिजाइन किया था। अद्भुत आर्किटेक्चर में ये कॉम्प्लेक्स एक बेहतरीन उदाहरण है। इस कॉम्पलेक्स में सिनेमा, म्यूजियम, एक्वेरियम हॉल समेत और भी बहुत कुछ है।
चैपल ऑफ द होली क्रॉस - एरिजोना, संयुक्त राज्य अमरीका
सेडोना में रेड रॉक टावर के बीच स्थित ये शानदार इमारत होली क्रॉस 1956 में बनकर तैयार हुई थी। ये धार्मिक इमारत 250 फीट ऊंची है और हजार फीट ऊंची रेड रॉक वॉल पर स्थित है। इमारत को देखकर आप एक बार तो इसके कंस्ट्रक्शन के बारे में सोचने पर जरूर मजबूर हो जाएंगे। ये मॉर्डन आर्किटेक्चर का सबसे अच्छा उदाहरण है।
सिडनी ओपेरा हाउस - सिडनी, ऑस्ट्रेलिया
सिडनी ओपेरा हाउस, सिडनी, न्यू साउथ वेल्स, ऑस्ट्रेलिया में स्थित प्रदर्शन कलाओं का एक बहु-स्थलीय केंद्र है। इसकी कल्पना डैनिश वास्तुकार जॉर्न उत्ज़ॉन ने की थी। इसके साथ ही उन्होंने इसका अधिकांश निर्माण भी करवाया था। जॉर्न उत्ज़ॉन को इसके लिए, 2003 में वास्तुकला का सर्वोच्च सम्मान पुलित्ज़र पुरस्कार प्रदान किया गया था।