क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ: रिम्स की व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है. कभी मरीजों का सीटी स्कैन नहीं हो रहा है तो कभी एक्सरे मशीन से जांच बंद हो जा रही है. अब तो अल्ट्रासाउंड कराना भी मरीजों के लिए किसी जंग जीतने से कम नहीं है. जी हां, हम बात कर रहे रिम्स के अल्ट्रासाउंड सेंटर की जहां दस दिन से अधिक की वेटिंग मिल रही है. इस चक्कर में बाहर से इलाज के लिए आने वालों के सामने समस्या खड़ी हो गई है. वहीं जांच के लिए उन्हें अधिकारियों के पास पैरवी करनी पड़ रही है. इसके बाद भी उन्हें निराशा ही हाथ लग रही है. ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर रिम्स की व्यवस्था पटरी पर कब लौटेगी?

तीन साल से मशीनें खराब

सेंटर में मरीजों की जांच के लिए पांच मशीनें हैं, जिसमें दो मशीनें तीन साल से खराब पड़ी हुई हैं. इसके बाद भी प्रबंधन ने मशीनों को बनवाने में इंटरेस्ट नहीं दिखाया. वहीं एक और मशीन ने भी अब जवाब दे दिया है. जिससे कि रिम्स में अब दो मशीनों के सहारे ही मरीजों का अल्ट्रासाउंड किया जा रहा है. इस वजह से अल्ट्रासाउंड कराने वालों की भीड़ काफी बढ़ गई है. ऐसे में अल्ट्रासाउंड कराने के लिए मरीजों को दस दिन बाद आने को कहा जा रहा है.

एसी फेल, हैंग कर रही रेडियोलॉजी की मशीनें

मशीनों की तुलना में मरीज काफी अधिक हैं. ऐसे में सुबह से शाम तक लगातार मरीजों का एक्सरे किया जा रहा है. लेकिन एसी फेल हो जाने के कारण मशीन हैंग कर रही हैं. वहीं दोबारा से टेस्ट करने के लिए मशीन को ठंडा होने के लिए छोड़ा जा रहा है. इस चक्कर में मरीजों को काफी देर इंतजार भी करना पड़ रहा है. एक्सरे डिपार्टमेंट का भी एसी जवाब दे गया है, जिससे कि वहां भी मशीन और प्रिंटर हैंग कर रही है. अगर जल्द ही एसी को दुरुस्त नहीं कराया जाता है तो सैकड़ों मरीजों का टेस्ट प्रभावित हो जाएगा.

Posted By: Prabhat Gopal Jha