जापान दौरे पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वहां के उद्योगपतियों से भारत में निवेश करने को कहा है. सोमवार को टोक्यो में 'निप्पोन काइदानरेन' यानि जापान चैंबर ऑफ़ कॉमर्स के लंच अपने भाषण में उन्होंने कई बातों पर ज़ोर दिया.


1. व्यवसायियों को काम करने के लिए अच्छा माहौल चाहिए, ये 'सिस्टम' की ज़िम्मेदारी है, शासन की ज़िम्मेदारी है. हम इसी के लिए काम कर रहे हैं.2. गुजराती होने के नाते कॉमर्स मेरे ख़ून में है, पैसा मेरे ख़ून में है. इसलिए मेरे लिए इसे समझना आसान है.3. भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए पिछला एक दशक कठिनाई में गुज़रा है, लेकिन अब पहली ही तिमाही में 5.7 प्रतिशत की विकास दर के साथ हमने जंप लगाया है. इससे विश्वास पैदा किया है.4. बहुत समय बाद भारत में स्थिर सरकार आई है इसलिए हमारी सरकार पर ज़िम्मेदारियां भी अधिक है.5. हम सरकार के काम में तकनीक और 'क्लीन एनर्जी' के इस्तेमाल को बढ़ाना चाहते हैं जिसमें जापान हमारी मदद कर सकता है.6. हमने भारत में जापान के बैंकों की और अधिक शाखाएं खोलने को मंजूरी दी है.
7. प्रधानमंत्री कार्यालय के तहत एक स्पेशल टीम बनाई जाएगी जो जापान के लिए भारत में निवेश को सुगम बनाने की दिशा में काम करेगी.8. दुनिया दो धाराओं में बंटी है एक विस्तारवाद की धारा है और दूसरी विकासवास की धारा है. हमें तय करना है कि विश्व को विस्तारवाद के चंगुल में फंसने देना है या विकासवाद के मार्ग पर जाने के लिए अवसर पैदा करना है.


9. इन दिनों 18वीं सदी का विस्तारवाद नज़र आता है, कहीं किसी के समंदर में घुस जाना, कहीं किसी की सीमा में घुस जाना.10. 21वीं सदी में शांति के लिए और प्रगति के लिए भारत और जापान की बड़ी ज़िम्मेदारी है.

Posted By: Satyendra Kumar Singh