- 2 लाख से अधिक विदेशी कारतूस

- 100 से अधिक विदेशी कंपनियों के हथियार

- 125 क्विंटल वन्य जीवों का मांस

- भारी मात्रा में वन्य जीवों के अवशेष

- इंटरनेशनल मार्केट में तेंदुए की खाल की कीमत 2 से 5 करोड़

- काले हिरन की खाल समेत ब्लैक बग, चिकारा की खोपडि़यां बरामद

- रिटायर्ड कर्नल के घर ने मिले वन्य जीवों के बेशकीमती अवशेष

मेरठ: डॉयरेक्ट्रेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस (डीआरआई) ने खुलासा किया कि नेशनल शूटर प्रशांत विदेशी हथियारों की तस्करी में भी लिप्त था, वहीं वन विभाग का दावा है जब्त वन्य जीवों की खाल और खोपडि़यों की कीमत करोड़ो रुपये है। शनिवार दिल्ली एयरपोर्ट पर विदेशी हथियारों की तस्करी के आरोप में पकड़े गए 3 विदेशी युवकों से पूछताछ के बाद बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया।

तेंदुए की खाल बरामद

शनिवार को अपराह्न 1:30 बजे डीआरआई (दिल्ली), वन विभाग और पुलिस की संयुक्त कार्यवाही में मेरठ के पॉश सिविल लाइन्स इलाके से बड़े पैमाने पर हथियारों और वन्य जीवों की तस्करी का खुलासा हुआ था। रविवार को चीफ कन्जरर्वेटर (वेस्ट यूपी) मुकेश कुमार ने छापेमारी में पकड़े गए वन्य जीवों के अवशेषों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि छापेमारी कर बड़ी संख्या में वन्य जीवों के अवशेष बरामद किए गए, जिसमें वयस्क नर तेंदुए की खाल शामिल है।

वन विभाग ने कराया केस

मुख्य आरोपी रिटायर्ड कर्नल का बेटा और नेशनल शूटर प्रशांत विश्नोई बहुमंजिली मकान के द्वितीय तल पर बने प्लाईवुड के कमरे को गोदाम के तौर पर प्रयोग में ला रहा था। इंटेलीजेंस और वन विभाग की टीमों ने यहीं से वन्य जीवों के अवशेष बरामद किए हैं। मुख्य वन संरक्षक ने बताया कि वन विभाग की ओर से आरोपी प्रशांत के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 यथा संशोधित की धारा-50, 51, 44, 49ए और 49बी के अंतर्गत कानूनी कार्रवाई की गई है। विभिन्न धाराओं में अधिकतम 10 साल की सजा का प्रावधान है।

डीआरआई का खुलासा

डीआरआइ के एडिशनल डायरेक्टर दिल्ली जोन राजकुमार दिग्विजय ने प्रेस नोट जारी कर बताया कि रिटायर्ड कर्नल की कोठी और दिल्ली में एक स्थान से करीब दो लाख से अधिक विदेशी कारतूस, 100 से अधिक विदेशी कंपनियों के ब्रांडेड हथियार, तेंदुए की खाल, सांभर और हिरण के सिर, सींग, वन्य जीवों के दांत, फ्रीजर में रखे गए पैकेटों में करीब सवा कुंतल वन्य जीवों का मांस और एक करोड़ की नकदी बरामद हुई है। बताया कि पूरा मामला वन्य जीवों की तस्करी और हथियारों की सप्लाई से जुड़ा है। कर्नल की कोठी से बरामद हुई तेंदुए की खाल जिम कार्बेट के जंगल से शिकार करके लाए जाने की बात कही जा रही है।

विदेशियों से मिला सुराग

डीआरआइ अधिकारियों के मुताबिक, हाल ही में टीम ने दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल हवाई अड्डे से तीन विदेशियों को 25 विदेशी असलहों के साथ गिरफ्तार किया था। ये तीनों टर्किश एयरलाइंस से लिजबुलजना, स्लोवेनिया होते हुए इस्तांबुल जा रहे थे। इनके पास आस्ट्रिया और इटली आदि कंपनी के 25 असलहे बरामद किए गए थे। तीनों से पूछताछ के बाद मेरठ के शूटर प्रशांत बिश्नोई का नाम सामने आने पर डीआरआइ ने वन विभाग की टीमों को साथ लेकर छापामारी की। टीम के आने पर प्रशांत बिश्नोई फरार हो गया। उसके पकड़े जाने के बाद इस काले धंधे का और भी बड़ा सच उजागर होने के कयास लगाए जा रहे हैं।

अंतरराष्ट्रीय मार्केट में पकड़े गए वन्य जीव के अवशेषों की कीमत करोड़ों रुपये है। विभिन्न धाराओं में मुख्य आरोपी प्रशांत बिश्नोई के खिलाफ वन विभाग द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया है। गिरफ्तारी के बाद टीम पूछताछ करेगी।

-मुकेश कुमार, चीफ कन्जरवेटर, वेस्ट यूपी

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Posted By: Inextlive