28 जुलाई 1914 को प्रथम विश्वयुद्ध की शरुआत हो गई थी। उस दौरान भारतीय सैनिक की तस्वीरों को दिखाएंगे।


कानपुर।  एक समय में पूरी दुनिया को दहशत में डाल देने वाले पहले विश्व युद्ध की शुरुआत 28 जुलाई, 1914 को हुई थी और यह आज ही के दिन यानी 1918 में 11 नवंबर को खत्म हुआ था।पहले विश्वयुद्ध में भारतीय सेना की भी अहम भूमिका रही थी, इसमें भारत ब्रिटेन की ओर से लड़ाई लड़ रहा था। इस विश्व युद्ध में भारत के 10 लाख सैनिक शामिल हुए थे। इनमें 74,000 से अधिक शहीद हुए और करीब 60,000 से ऊपर घायल हो गए थे। हम आपको उस दौरान की कुछ खास तस्वीरें दिखाने जा रहे हैं। ट्रेनिंग ग्राउंड में भारतीय सैनिकलंदन स्थित इम्पीरियल वॉर म्यूजियम के मुताबिक, यह तस्वीर पहले विश्व युद्ध के दौरान की है। इस तस्वीर में भारतीय सैनिक ट्रेनिंग ग्राउंड में एक्सरसाइज कर रहे हैं। फोटो साभार : iwm.org.ukएक व्यक्ति को फूल देती एक महिला


इतिहास में मार्च के दौरान भारतीय सैनिक, सैनिकों में से एक व्यक्ति को एक महिला फूल देती हुई। यह एक तरह से सैनिकों का स्वागत करना था। किल्वा में पहुंचाया जा रहा था भारतीय सैनिकों को

अक्टूबर 1917 में लड़ाई करने के लिए भारतीय सैनिकों को जहाज से जर्मन पूर्वी अफ्रीका के किल्वा में पहुंचाया जा रहा था।भारतीय सैनिक अपना रास्ता बनाते हुएमार्च 1917 में पेस के पास 29 वें लांसर्स रेजिमेंट (डेक्कन हॉर्स) के भारतीय सैनिक अपना रास्ता बनाते हुए।गैस मास्क ड्रिलगैस मास्क ड्रिल पर भारतीय सैनिक।  कहा जाता है कि भारतीय सैनिक लड़ाई से पहले ऐसे ही योजना बनाते थे।भारतीय परिवहन इकाई के पुरुषों द्वारा जिमनास्टिक का प्रदर्शनमई 1916 में सैलोनिका के पास एक खेल के दौरान एक भारतीय परिवहन इकाई के पुरुषों द्वारा जिमनास्टिक का प्रदर्शन। पहले विश्व युद्ध के दौरान अपनी अहम भूमिकाकर्नल किशन सिंह सरदार बहादुर और डॉ। सम्पूरन सिंह दोनों ही भारतीय हैं।  इन्होंने पहले विश्व युद्ध के दौरान अपनी अहम भूमिका निभाई थी। कुकहाउस में भोजन की प्रतीक्षा करते भारतीय सैनिकजुलाई 1916 में भारतीय सैनिक क्वेरीरी के पास एक शिविर में स्थित कुकहाउस में भोजन की प्रतीक्षा करते हुए।प्रार्थना करते हुए भारतीय सैनिकपहले विश्व युद्ध के दौरान ईश्वर से प्रार्थना करते हुए भारतीय सैनिक।

रेलवे स्टेशन की रक्षा करते भारतीय सैनिक
मार्च 1917 में भारतीय सैनिक बगदाद रेलवे स्टेशन की रक्षा करते हुए। कहा जाता है कि रेलवे स्टेशन पर सैनिकों का जमावड़ा था और अक्सर उन्हें तबाही और अन्य खतरों के से सुरक्षा दी जाती थी।

Posted By: Mukul Kumar