अगर आपके शरीर में लचीलेपन की कमी है और अपनी बॉडी को फिट करना चाहते हैं लेकिन आप की बॉडी आपको योग करने में सपोर्ट नहीं करती तो आप परेशान न हो. कई बार शरीर में लचीलेपन की कमी उम्र की वजह या किसी बीमारी से भी होती है जिससे लोगों को अपना शरीर लचाने में काफी तकलीफ होती है. ऐसे में आप घर पर धीरे धीरे इन 10 योग को अपनाएं तो आपको लाभ होगा. ये योग आपकी बॉडी को काफी सपोर्ट करेंगे. जिनसे शरीर की कई सारी बीमारियां व तकलीफे दूर होती हैं. ये आज जग जाहिर है कि योग से शरीर की कई सारी समस्‍याओं को समाधान हो रहा है। योगा से मसल्‍स सांस आदि को काफी लाभ मिलता है। ऐसे में शुरू में अपनाएं ये 10 खास योग...


ताडास़न योग:यह योग बिल्कुल पर्वताकार में होता है।  इसे योग की शुरूआत सांस रोकने से होती है।  इसमें पूरी लंबाई के साथ खडे होकर शुरू करें।  इसके बाद दोनों पैरों से बिल्कुल आराम से एडियां मिलते हुए खड़े हो जाएं।  हथेलियों की अंगुलियों को मिलाकर पीछे की ओर ले जाएं और सांस को भरकर खींचने की कोशिश करें।  जिससे आपके कंधों से पीछे की ओर और हाथों से ऊपर की ओर भी बॉडी को खिंचाव दिया जाता है। अधोमुख स्वानासन:यह योग करने में पहले तो थोड़ी तकलीफ होती है, लेकिन अगर आप अपने पैरों में करीब एक फुटी की गैपिंग रखें।  इसके बाद जमीन की ओर झुक जाएं और हाथों को जमीन पर रखें।  इसके साथ ही धीरे धीरे सांस को छोड़ें।   इस आसन को हर दिन 5 मिनट तक करने से काफी लाभ होता है।



वक्रासन:
वक्र संस्कृत का शब्द है, वक्र का अर्थ होता है टेढ़ा, लेकिन इस आसन के करने से मेरुदंड सीधा होता है। यह के आकार में किया जाता है।  इस दौरान हाथ ऊपर और एक पैर दूसरे पैर को टच करता है।  इस आसन से शरीर के अंदर जैसे लीवर, किडनी, आदि की बीमारियां दूर होती हैं

सेतु बंधा सर्वागंनासना: यह योग पुल वाली स्टाइल में किया जाता है।  इसमें आप अपनी कमर को बीच से ऊपर उठाकर सांस को ऊपर खींचे और रोके रहें।  हां , लेकिन अगर आपके अंदर सांस रोकने की क्षमता हो तभी सांस रोकें।  जिस जगह पर आप यह आसन कर रहे हैं वह जगह बिल्कुल बराबर होनी चाहिए। विपरीत करनी:विपरीत करनी आसन से हार्मोंस की समस्याओं से निजात मिलता है।  इसके पैरों व पीठ का दर्द भी ठीक हो जाता है।  इस दौरा दोनों को पैरों को ऊपर करके दीवार के सहारे रुकते हैं।

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Posted By: Shweta Mishra