- केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा दो पालियों में हुई संपन्न

आगरा। सीबीएसई की केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा (सीटेट) रविवार को जिले के 104 परीक्षा केंद्रों पर संपन्न हुई। दो पालियों में हुई परीक्षा के लिए 84 हजार आवेदन थे, जिनमें से करीब 11 हजार अनुपस्थित रहे। परीक्षार्थियों का कहना था कि सीबीएसई ने इस बार भी कोर्स से ज्यादा रीजनिंग पर जोर दिया है, लेकिन सवालों के तरीके ने उन्हें खूब घुमाया।

जीके पर भी रहा जोर

परीक्षा के बाद अभ्यर्थियों की मिली-जुली प्रतिक्रिया थी। उनका कहना था कि प्राइमरी लेवल में कोर्स से ज्यादा रीजनिंग और जीके का जोर था। उनकी समझ परखने वाले सवाल ज्यादा थे। हर ऑप्शन सही लग रहा था, लेकिन चुनना एक था। इंग्लिश कॉप्रिहेंशन भी काफी मुश्किल था। कुल-मिलाकर दोनों पेपर का स्तर सामान्य से अच्छा था।

11 हजार रहे अनुपस्थित

सीबीएसई को-आर्डिनेटर रामानंद चौहान ने बताया कि पहली पाली में सुबह साढ़े नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक प्राइमरी लेवल परीक्षा के लिए 64 हजार अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया था, करीब आठ हजार अनुपस्थित रहे। वहीं दूसरी पाली में दोपहर दो से साढ़े चार बजे तक जूनियर लेवल परीक्षा के लिए करीब 20 हजार ने पंजीकरण कराया, तीन हजार अनुपस्थित रहे।

केंद्र तलाशने को लगानी पड़ी दौड़

सीबीएसई ने सीटेट सेंटर सिर्फ सीबीएसई स्कूलों में ही डाले थे। इस कारण शहर से लेकर देहात तक केंद्र होने के कारण अभ्यर्थियों को दूर तक दौड़ लगानी पड़ी। स्थानीय अभ्यर्थी तो जैसे-तैसे ऐन वक्त तक पहुंच गए, लेकिन मैनपुरी, फीरोजाबाद, मथुरा, राजस्थान, एमपी से आए अभ्यर्थियों को सेंटर तलाशने में काफी परेशानी झेलनी पड़ी।

कई की छूटी परीक्षा

सीबीएसई के निर्देश थे कि अभ्यर्थी परीक्षा शुरू होने के बाद केंद्र में प्रवेश नहीं कर पाएंगे, शहर में नियम सख्ती से लागू हुआ, लेकिन दूर-दराज के केंद्रों को खोजने और वहां पहुंचने में कई अभ्यर्थी थोड़ा लेट भी पहुंचे, तो उन्हें चेतावनी देकर परीक्षा में शामिल किया गया।

Posted By: Inextlive