RANCHI : महज पांच घंटे में लोहे क दांत लगे जेसीबी ने 250 परिवारों का आशियाना चबाकर ढेर कर दिया। 50 साल से संजो कर रखा जा रहा इतिहास कबाड़ बन गया। कोई आजादी के पहले से ही कांटाटोली में रह रहा था तो किसी के पुरखे पंजाब, हरियाणा, गुजरात जैसे दूसरे राज्यों से आकर यहां ठिकाना बनाया था। लेकिन, अब उनके वंशजों का एक झटके में ही सबकुछ बिखर गया। लोगों की चीत्कार प्रशासन के डंडे के सामने बे-आवाज हो गई। लोग बेघर हो गए, बच्चे सड़कों की धूल से सराबोर थे, किताब कॉपियों से लेकर छोटे छोटे खिलौने तक सड़क पर बिखरे पड़े थे, रौंदे जा रहे घर-मकान। लोग चिल्ला रहे थे, रो रहे थे, लेकिन जेसीबी आशियानों को चबाती चली गई।

सब उजड़ साहब, बस जान बची है

पुरखों से यही रहते चले आ रहे हैं, कभी सोंचा नहीं था कि इस तरह बेदखल कर निकाले जाएंगे। बच्चों की किताब तक नहीं हटा सके साहब, सबकुछ उजड़ गया, कुछ नहीं बचा,कहां रहेंगे, कैसे जिएंगे, कुछ समझ नहीं आ रहा। पांच बेटियां हैं, बेटा विकलांग है, लग रहा है आत्महत्या कर ले। इन लफ्जों को कहते कहते करमा देवी फफक फफक कर रोने लगीं । कभी जो मकान था आज उस कबाड़ पर बैठी वो चीत्कार कर रही थी।

राशन तक हटाने का नहीं मिला मौका

बबन भाई कहते हैं कि राशन तक हटाने का समय नहीं दिया सरकार ने। शुक्रवार को मापी की, नोटिस दिया और सोमवार की सुबह 5 बजे पूरी फौज पहुंच गयी। राशन तक हटाने का वक्त नहीं दिया गया। पूरे खाने में कूड़ा मिला दिया और साहब लोग हंसते हंसते चले गए। उनकी नौकरी तो पूरी हो गयी लेकिन हमारी तो जिंदगी खत्म हो गयी।

मंत्री ने किया अपमानित, घर से निकाला

सुमित पोद्दार ने कहा कि न तो मुआवजा के लिए मांग की न ही फ्लाईओवर का विरोध किया लेकिन बस कुछ समय की मांग कर रहे थे हमलोग। मंत्री से मिलने उनके घर गए कहां गरीब लोग कहां जाएंगे इतनी जल्दी, उन्होंने साफ कहा कि यह गरीबों की समस्या है वही लोग सुलझा लेंगे। हरमू फ्लाईओवर का काम क्यों नहीं किया जा रहा यह पूरा शहर जानता है।

Posted By: Inextlive