डीएम के निर्देश पर जारी किया गया निलंबन नोटिस

कई थानाक्षेत्र में लाइसेंसधारियों से किया जबाव-तलब

Meerut। मेरठ में 117 ऐसे हथियार लाइसेंसधारियों की पहचान हुई है, जिन्होंने 20 दिसंबर को मेरठ में दंगे के दौरान लाइसेंसी हथियार से फायरिंग की थी। लिसाड़ी गेट, कोतवाली, ब्रह्मापुरी और नौचंदी थानाक्षेत्र में हुए बवाल के दौरान इन असलहाधारियों ने न सिर्फ हथियार का दुरुपयोग किया बल्कि तोड़फोड़, आगजनी, पथराव और सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया है। डीएम अनिल ढींगरा के आदेश पर सभी के खिलाफ लाइसेंस निलंबन नोटिस जारी किया गया है।

कहां से हथियार?

बीते शुक्रवार दंगे के दौरान दंगाई हथियारों से लैस थे और उपद्रव के दौरान ताबड़तोड़ और फायरिंग कर रहे थे। हैरानी की बात यह है कि हथियारों से लैस इन दंगाइयों ने करीब 1 हजार राउंड फायर वैध-अवैध असलहों से किए। इंटेलीजेंस रिपोर्ट के बाद पुलिस-प्रशासन ने रिकार्ड खंगाला तो चौंकाने वाली स्थिति सामने आई। शासन के निर्देश के बाद जिला प्रशासन ने प्रथमदृष्टया 117 ऐसे लोगों की पहचान की है, जिन्होंने लिसाड़ी गेट, नौचंदी, ब्रह्मापुरी और कोतवाली थानाक्षेत्रों में अलग-अलग स्थानों पर हुए उपद्रव के दौरान लाइसेंसी हथियार से पुलिसबल पर फायरिंग की।

निलंबन की होगी कार्रवाई

डीएम अनिल ढींगरा ने सभी 117 लाइसेंसधारियों के खिलाफ शस्त्र लाइसेंस निलंबित करने के लिए नोटिस जारी किए जा रहे हैं। डीएम ने सभी थाना पुलिस को चिह्नित लाइसेंसधारियों को नोटिस उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं। निलंबन नोटिस में बाद यदि लाइसेंसधारी अपनी बेगुनाही साबित नहीं कर पाया तो डीएम के आदेश पर उसके लाइसेंस को निरस्त कर दिया जाएगा।

2 हजार की होगी जांच

वहीं दूसरी ओर डीएम ने इन थानाक्षेत्रों में सभी शस्त्र लाइसेंसधारियों को स्पष्टीकरण नोटिस जारी करने के आदेश दिए हैं। जिला प्रशासन मेरठ के लिसाड़ी गेट, कोतवाली, नौचंदी और ब्रह्मापुरी थानाक्षेत्र के सभी हथियार लाइसेंसधरियों की कुंडली खंगाल रहा है। एक-एक लाइसेंसधारी को स्पष्टीकरण देना होगा कि उसके हथियार से उपद्रव के दौरान फायरिंग नहीं हुई है। वहीं शस्त्र लाइसेंसधारी को एफीडेविट के साथ पुलिस की 'ओके' रिपोर्ट भी जिला प्रशासन को देनी होगी।

117 शस्त्र लाइसेंस के निलंबन की कार्रवाई आरंभ कर दी गई है। नौचंदी, लिसाड़ीगेट, ब्रह्मापुरी और कोतवाली थानाक्षेत्रों के एक-एक शस्त्र लाइसेंस की कुंडली खंगाली जा रही है। बवाल में भूमिका नजर आई तो शस्त्र लाइसेंस निरस्त होगा।

अनिल ढींगरा, जिलाधिकारी, मेरठ

Posted By: Inextlive