लाॅकडाउन के बीच कानपुर में अब चमड़े के बिजनेस को फिर से खोलने की पहल हो गई है। उद्योग विभाग ने 125 लेदर यूनिट्स को कार्य करने के आदेश जारी किए है। इसके बाद अब टेननियां शुरू होने की संभावना है। चमड़ा इकाइयों के प्रतिनिधियों ने उत्पादन शुरू करने की अनुमति लेने के लिए उत्तर प्रदेश के उद्योग मंत्री से कई बार मुलाकात की थी।

कानपुर (उत्तर प्रदेश) (आईएएनएस)। जिला उद्योग केंद्र (डीआईसी) ने कानपुर में अपने कारोबार को चलाने के लिए लगभग 101 एक्सपोर्ट ओरिएंटेड लेदर यूनिट्स चलाने की अनुमति दी है। डीआईसी ने इसके पहले केवल 24-एक्सपोर्ट ओरिएंटेड लेदर यूनिट्स शुरू करने की परमीशन दी थी। इस तरह से अब तक उद्योग विभाग ने 125 लेदर यूनिट्स को कार्य आदेश जारी किए है। सूत्रों ने कहा कि टेनरियों को भी अगले चरण में उत्पादन शुरू करने की अनुमति मिलने की संभावना है। ज्वाॅइंट कमिश्नर इंडस्ट्री, सर्वेश्वर शुक्ला ने कहा कि एक्सपोर्ट ओरिएंटेड लेदर यूनिट्स अनुमति दी गई है। वहीं टेनरियों को खोलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है और उद्योग विभाग को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से रिपोर्ट मिलने के बाद उन्हें कार्य करने की अनुमति दी जाएगी।

टेनरी उद्योग काफी समय से कठिन दौर से गुजर रहा

प्रयागराज में कुंभ मेला आयोजित होने के बाद से टेनरी उद्योग एक कठिन दौर से गुजर रहा है जब इकाइयां बंद हो गई थीं। कच्चे माल और रसायनों की अनुपलब्धता के कारण भी वे पीड़ित हैं। क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी एसबी फ्रैंकलिन ने कहा, बोर्ड ने पहले से ही टेनरियों का सत्यापन शुरू कर दिया है और ऐसी संभावनाएं हैं कि जो इकाइयां हॉटस्पॉट क्षेत्र से बाहर हैं, उन सभी को संचालन की अनुमति मिल सकती है। काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोर्ट के क्षेत्रीय अध्यक्ष, जावेद इकबाल ने कहा कि लेदर यूनिट्स को ओवरसीज ट्रेडर्स से भुगतान नहीं मिल सकता क्योंकि उनके ऑर्डर पोर्ट में बंद कर दिए गए थे और उनका कच्चा माल लगभग नष्ट हो गया था। हम दोहरे नुकसान झेल रहे हैं। हमें उत्पादन बंद करना पड़ा और अब लॉकडाउन है।

पंजीकृत इकाइयों को बिना शर्त अनुमति देनी चाहिए

एक्सपोर्ट ओरिएंटेड लेदर यूनिट्स को खोलने की अनुमति चमड़ा उद्योग को एक नया जीवन देगी। चमड़ा उद्योग के मालिक आसिफ जमाल ने कहा कि सरकार को पंजीकृत इकाइयों को बिना शर्त अनुमति देनी चाहिए और आदेश पारित करना चाहिए कि छोटे उद्योग अपनी इकाइयों को बिना किसी घोषणा के चला सकते हैं। चमड़ा उद्योग कल्याण संघ के महासचिव असद इराकी ने कहा कि कच्चे माल की उपलब्धता को आसान बनाने के लिए स्लाटर हाउस शुरू करने की अनुमति भी दी जानी चाहिए। चमड़ा इकाइयों के प्रतिनिधियों ने उत्पादन शुरू करने की अनुमति लेने के लिए उत्तर प्रदेश के उद्योग मंत्री सतीश महाना से कई बार मुलाकात की।

Posted By: Shweta Mishra