सावन में कावड़ियों का टोला हर कहीं देखा जा सकता है ऐसा ही एक दल जमदेशपुर के पास एक सड़क दुर्घटना का शिकार हो गया जिसमें 13 कावड़यों की मौत हो गयी और नौ घायल हैं जिसमें छह की हालत गंभीर बतायी जा रही है।


सरायकेला-खरसावां जिले के ईचागढ़ थानान्तर्गत दु्रदा गांव के नजदीक एनएच-33 पर पिकअप वैन व बस की टक्कर में 13 कांवड़ियों की मौत हो गई। ये कांवड़िये ओडिशा के पुरी से बिहार के सिवान जा रहे थे। हादसे में मारे गए सभी कांवड़िये सिवान के अंदर बाजार निवासी थे। 9 घायलों में छह कांवड़ियों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। घायलों को जमशेदपुर के एमजीएम अस्पताल लाया गया है। इस बीच, मुख्यमंत्री रघुबर दास ने हादसे में मारे गए कांवड़ियों के प्रति दुख जताया है। सीएम ने घायलों का बेहतर इलाज करने का निर्देश दिया है।
पता चला है कि इनमें से 11 कावड़ियों की तो दुर्घटना स्थल पर ही मौत हो गयी थी और दो लोग अस्पचताल में लाने के बाद मृत घोषित किए गए। घटना का ब्यौरा कुछ उस प्रकार बताया जा रहा है कि पुरी से लौट रहे कांवड़ियों ने उरमाल के नजदीक कृष्णा होटल में शुक्रवार सुबह साढ़े चार बजे के करीब चाय पी थी। चाय पीने के बाद वह कुछ दूर ही आगे बढ़े थे कि सुबह पांच बजे रांची की ओर से तेज गति से आ रहे खाली ट्रक ने पिकअप वैन को अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में मारे गए कांवड़ियों में अब तक सिर्फ एक नाम धीरज, पिता: संजय माझी  का ही पता चल सका है। घायलों के नाम कुछ इस प्रकार हैं, मुकेश पंडित, मोनू जायसवाल, राजू माझी, शंभु प्रसाद, सीमावंती देवी, नंदिनी, साकेत प्रसाद, अमरजीत और राहुल।

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Posted By: Molly Seth