-मोबाइल पर बात कर रहा था चालक, लोगों ने भी मचाया शोर नहीं सुनी आवाज

-मानव रहित रेलवे क्रा¨सग को पार करते समय हुआ यह हादसा, मचा कोहराम

-घर से स्कूल पढ़ने जा रहे थे बच्चे, पांच गंभीर रूप से घायल

GORAKHPUR: कुशीनगर के विशुनपुरा थाना क्षेत्र के दुदही बहपुरवा में मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग पर पैसेंजर ट्रेन से स्कूली वैन टकरा गई। इसमें 13 मासूमों की मौत हो गई। जबकि, पांच बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। सुबह करीब 6.50 बजे सिवान से गोरखपुर आ रही 55075 अप पैसेंजर ट्रेन ने डिवाइन मिशन स्कूल के बच्चों से भरी टाटा मैजिक टकरा गई, जिससे वैन के परखच्चे उड़ गए। दुर्घटना की वजह स्कूल वैन के ड्राइवर का फोन पर बात करना बताया जा रहा है। ड्राइवर मोबाइल से बात करने में इतना मगन था कि वह ट्रेन की आवाज नहीं सुन पाया। वहीं, रेलवे क्रॉसिंग पर मौजूद लोग भी वैन ड्राइवर को रोकने के लिए चिल्लाते रहे, लेकिन किसी की आवाज उसके कानों तक नहीं पहुंची।

मच गई चीख-पुकार

दुर्घटना की जानकारी मिलने के बाद सैकड़ों की तादाद में आसपास के गांव के लोग वहां पहुंच गए। घटना स्थल पर चीख पुकार रहे बच्चों को डैमेज वैन से बड़ी मुश्किल से निकाला गया, जिसमें 13 ने तो दम तोड़ दिया, वहीं पांच बच्चे अब भी जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। इसी बीच पुलिस भी मौके पर पहुंची और घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां बच्चों की गंभीर हालत देखते हुए उन्हें मेडिकल कॉलेज गोरखपुर रेफर कर दिया गया। दुर्घटना में मरने वाले बच्चों के परिवार को प्रदेश सरकार ने दो-दो लाख रुपए, गंभीर रुपए से घायल 50-50 हजार रुपए देने की घोषणा की है, जबकि रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी मरने वाले बच्चों के परिवार को दो-दो लाख और घायलों के परिजनों को एक-एक लाख रुपए देने की घोषण्ा की है।

इन बच्चों की हुई मौत

- हरिओम आठ वर्ष पुत्र अंबर सिंह, निवासी बतरौली

- संतोष पुत्र अमरजीत, निवासी मिश्रौली

- रवि पुत्र अमरजीत, निवासी मिश्रौली

- रागिनी सात वर्ष पुत्री अमरजीत, निवासी मिश्रौली

- अतिउल्लाह आठ वर्ष पुत्र नौशाद निवासी कोकिलपट्टी

- अरशद नौ वर्ष पुत्र जहीर, निवासी मैहिहरवा

- अनस नरोड़ आठ वर्ष निवासी नजीर, निवासी मैहिहरवा

- मेराज आठ वर्ष पुत्र मैनुदीन, निवासी मैहिहरवा

- मुस्कान पुत्री मैनुदीन सात वर्ष निवासी मैहिहरवा

- गोलू आठ वर्ष पुत्र हैदरली, निवासी पड़रोन मुड़रई

- कमरुल दस वर्ष पुत्र हैदर अली निवासी पडरौन मंडूरहीं

- साजिदा 11 वर्ष पुत्र हसन, निवासी बतरौली

- तमन्ना 10 वर्ष पुत्री हसन, निवासी बतरौली

ये हुए घायल

-कृष्णा नौ वर्ष पुत्र कैलाश शर्मा

-रोशनी दस वर्ष पुत्री कैलाश शर्मा

-समीर नौ वर्ष

-तालीम सात वर्ष पुत्र जमालुद्दीन अंसारी, धोखड़वा निवासी

-चालक नियाज अहमद 22 वर्ष पुत्र नसरुद्दीन निवासी शाहपुर खलवापट्टी

लोगों ने किया जताया विरोध

घटना की जानकारी मिलने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर हादसे पर दुख जताया। वहीं, कुछ देर बाद वह घटना स्थल के लिए रवाना हो गए। यहां पहुंचने पर गुस्साए लोगों ने सीएम के सामने प्रदर्शन कर विरोध जताया। रेलवे ट्रैक पर जाम कर उन्होंने रेलवे प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। इस दौरान पुलिस भी गुस्साए लोगों को काबू करने की कोशिश की। भीड़ को नियंत्रित करने में अधिकारियों के पसीने छूट गए। आखिरकार खुद सीएम योगी ने मोर्चा संभाला और अपनी गाड़ी के बोनट पर चढ़कर लोगों से कहा कि हमें आक्रोशित नहीं, बल्कि संयम से समस्या का समाधान निकालना होगा। उन्होंने कहा कि आप रास्ते से हटेंगे तभी हम मौके पर पहुंचकर मुआयना कर सकेंगे।

सीएम ने दिए जांच के आदेश

सीएम योगी आदित्यनाथ ने माना की हादसे की सबसे बड़ी वजह ड्राइवर की लापरवाही है। जिसने कानों में ईयरफोन लगाया था। उन्होंने कहा कि ये एक गंभीर हादसा है और इस हादसे में गंभीर लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर भी कठोर कार्रवाई होगी। सीएम योगी आदित्याथ ने पूरे मामले की मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दे दिए हैं। यह जिम्मेदारी कमिश्नर गोरखपुर मंडल अनिल कुमार को सौंपी गई है। इसकी रिपोर्ट उन्हें शाम तक जिम्मेदारों को सौंप दी है।

मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग नं। 45 पर तम्कुही रोड-दुदही स्टेशन के बीच यह हादसा हुआ है। इसमें 13 बच्चों की मौत हो गई है, जबकि पांच गंभीर रूप से घायल हैं। मामले की जांच के लिए जेए ग्रेड इनक्वायरी ऑर्डर कर दी गई है। वहां पर तैनात गेट मित्र अरविंद भारती ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन ड्राइवर रुका नहीं। इससे यह हादसा हुआ। पडरौना के रेलवे ट्रैफिक इंस्पेक्टर एंबुलेंस के साथ मौके पर पहुंचे और घायलों को पडरौना के सिविल हॉस्पिटल में एडमिट कराया। जीएम, डीआरएम के साथ सभी एचओडी ने भी मौके पर पहुंचकर मुआयना किया।

- संजय यादव, सीपीआरओ, एनई रेलवे

Posted By: Inextlive