ओलंपिक में पहली बार भाग ले रही नेपाल की तैराक गौरिका सिंह की जितनी तारीफ हो कम ही है। मौत को काफी करीब से देखने वाली गौरिका रियो ओलपिंक की सबसे युवा एथलीट बनकर उभरी हैं। यह नन्‍हीं भूकंप पीड़िता इन दिनों ओलंपिक में 100 मीटर की बैकस्ट्रोक प्रीलिमिनरी स्पर्धा को लेकर काफी एक्‍साइटेड है। ऐसे में आइए जानें भूकंप में बचने वाली गौरिका सिंह के बारे में...


11 वर्ष की उम्र से:गौरिका ने नेपाल चैम्पियनशिप प्रतियोगिताओं में करीब 11 वर्ष की उम्र से हिस्सा लेना शुरू कर दिया था। जिससे 2015 में राष्ट्रीय चैम्पियनशिप के लिए ही नेपाल आई थी। उनके साथ उनकी मां और छोटा भाई भी आया था।सात राष्ट्रीय रिकॉर्ड:गौरिका ने अब तक कई बड़ी प्रतियोगिताओं में भाग लिया है। उनके पिता का कहना है कि वह अब तक सात राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी तोड़ चुकी है। वह अपने बेहतर प्रदर्शन के लिए दिन-रात काफी मेहतन करती हैं। ओलंपिक में शामिल:
वहीं गौरिका कहना है कि वह लाइफ में काफी आगे जाना चाहती हैं। उनके साथ उनके पैरेंट्स भी हमेशा से चाहते थे कि वह ओलंपिक में शामिल हों। जिससे इस साल के ओलंपिक में उनका सपना पूरा हो गया है।

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Posted By: Shweta Mishra