RANCHI : जिला प्रशासन आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर रेस हो चुकी है। इस बाबत सभी दफ्तरों व संस्थानों से दस फरवरी तक कर्मियों की लिस्ट मांगी गई है। इन्हें अपनी लिस्ट ऑनलाइन और हार्ड कॉपी के साथ डीसी ऑफिस में बनाए गए कार्मिक सेल को उपलब्ध कराना है। लिस्ट देने में लापरवाही बरतने वालों पर पीपुल्स रिप्रेजेंटेटिव एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।

हर बूथ के लिए चाहिए 4 कर्मी

कार्मिक सेल की सीनियर ऑफिसर संगीता लाल ने बताया कि चुनाव कराने के लिए 13400 कर्मी लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि रांची लोकसभा क्षेत्र में 2695 बूथ हैं। हर बूथ पर चुनाव कराने के लिए एक पीठासीन पदाधिकारी और तीन मतदान कर्मी की ड्यूटी लगाई जाएगी। चुनाव में वीवीपीएटी (वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) की सेवा ली जाएगी। इसके लिए मतदान कर्मी की संख्या में बढ़ोतरी की गई है। इसके कर्मियों का एक डाटाबेस तैयार कर उसे वेब में लिंक करने का निर्देश दिया गया है।

जानिए, क्या है वीवीपैट

वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल यानी वीवीपैट ऐसी मशीन है जिसमें वोटर इस बात को पुख्ता कर सकता है कि उसने जिस उम्मीदवार को वोट दिया वो सही है या नहीं। दरअसल वीवीपैट एक इंडिपेंडेंट प्रिंटर मशीन है जो ईवीएम से जुड़ा रहता है। इस व्यवस्था के तहत जब वोटर ईवीएम में बटन दबाता है तो वीवीपैट मशीन में काग़ज़ की एक पर्ची बनती है। इस पर जिस उम्मीदवार को वोट दिया गया है, उनका नाम और चुनाव चिह्न छपा होता है। वहीं वीवीपैट में लगे शीशे के एक स्क्रीन पर यह पर्ची सात सेकंड तक दिखती है। इसके बाद यह पर्ची कट कर ड्राप बॉक्स में गिर जाती है। फिर बिप की आवाज सुनाई देती है। यह व्यवस्था इसलिए है कि किसी तरह का विवाद होने पर ईवीएम में पड़े वोट के साथ पर्ची का मिलान किया जा सके।

Posted By: Inextlive