- 1391.5 मीटर लंबी पेंटिंग बना गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकार्ड

- 3500 हजार बच्चों ने छह घंटे में बनाई पेंटिंग

Meerut: आखिरकार मेरठ ने विश्व कीर्तिमान बना ही दिया। विश्व की सबसे लंबी नंबर पेंटिंग 1391.5 मीटर विश्व रिकॉर्ड बना मेरठ ने हांगकांग का रिकार्ड तोड़ दिया। मेरठ के लोग सुबह आठ बजे से ही 1400 मीटर लंबे कैनवास पर रंग भरने लगे थे। लगभग 3500 पंजीकृत नॉन पेंटर और पेंटर इस विश्व रिकॉर्ड को कायम करने के लिए पेंटिंग ब्रश चलाने में जुट गए थे।

छह घंटे में रचा इतिहास

मेरठवासियों को तकरीबन छह घंटे में इस पेंटिंग को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था। जिसको पूरा भी किया गया। दो बजे पेंटिंग बनकर तैयार हो गई थी। उसके बाद उसको अंतिम रूप दिया गया। मेरा शहर मेरी पहल की अगुवाई में इस विशेष समारोह का आयोजन किया गया था। गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉर्ड की ओर से ऋषि नाथ ने पेंटिंग पूरी होने के बाद सर्टिफिकेट दिया। इस कार्यक्रम में दैनिक जागरण मीडिया पार्टनर की भूमिका में था।

मॉल रोड पर बनाई गई पेंटिंग

छावनी इलाके की माल रोड पर विश्व रिकॉर्ड बनने की गवाह बनी। 14 नवंबर को बाल दिवस के मौके पर 1400 मीटर लंबी पेंटिंग का शुभारंभ पाइन डिविजन के जीओसी मेजर जनरल राजेश चाबा ने किया। उनके साथ सांसद राजेंद्र अग्रवाल, शहर विधायक डा। लक्ष्मीकांत बाजपेयी, कमिश्नर आलोक सिन्हा, डीएम बी। चंद्रकला और अन्य गण्यमान्य लोग मौजूद थे।

14 हाउस में बंटी थी टीम

सुबह आठ बजे सायरन बजते ही 14 हाउस में बंटी टीम रंगों से कैनवास को रंगीन बनाने में जुट गई। इस विश्व रिकॉर्ड प्रतियोगिता के लिए पर्यवेक्षक के तौर पर गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉर्ड की ओर से ऋषि नाथ भी मौके पर मौजूद रहे। इस हाउसों को नाम भी दिया गया था। अजंता, भीमबेटका, चाणक्य, द्रोणाचार्य, एलोरा, फागुन, गगनेंद्र, हुसैन, इंद्रप्रस्थ, जोगीमारा, कलमकारी, लावन्य, मधुबनी, नीलगिरी नाम दिया गया था।

हांगकांग के नाम था रिकार्ड

अब तक सबसे लंबी नंबर पेंटिंग का रिकॉर्ड हांगकांग के नाम है। 15 अक्टूबर, 2009 को 2041 लोगों ने 959.35 मीटर लंबी पेंटिंग बनाई थी।

आर्मी अधिकारियों ने भी भरे रंग

विश्व रिकॉर्ड मेरठ के नाम करने में हर वर्ग जुटा। माल रोड पर बच्चों के साथ ही बड़ों ने भी बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। आर्मी के अधिकारी भी कैनवास पर रंग भरते हुए दिखाई दिए।

नेताओं ने भी भरें पेंटिंग में रंग

विश्व रिकार्ड बनाने के लिए जहां बच्चों ने पूरा सहयोग दिया। वहीं नेता भी अपना सहयोग देने में पीछे नहीं रहे। सांसद राजेंद्र अग्रवाल, शहर विधायक डॉ। लक्ष्मीकांत वाजपेयी, सरधना विधायक संगीत सोम, सपा ने नेता अतुल प्रधान, जिला पंचायत अध्यक्ष सीमा प्रधान ने भी रंग भरा।

सेल्फी लेने की होड़

माल रोड पर एक तरफ लोग विश्व रिकार्ड बनाने में जुटे थे वहीं इन पलों को मोबाइल में कैद करने की होड़ भी दिखी। आयोजकों ने इसके लिए कुछ सेल्फी प्वांइट भी बनाए थे। इन प्वाइंटों के अलावा भी लोग सेल्फी लेने में जुटे रहे।

पेंटिंग देखने परिवार संग पहुंचे लोग

विश्व की सबसे लंबी पेंटिंग को देखने के लिए मॉल रोड पर शहर के सैंकड़ो परिवार पहुंचे। अपने बच्चों के साथ लोगों ने पेंटिंग को बनते हुए देखा। साथ ही परिवारों ने फोटो भी खिंचवाए।

पेंटिंग में आया व्यवधान

करीब तीन बजे एक बुजुर्ग ने आकर पेंटिंग में रंग भरना शुरू कर दिया। उस समय पेंटिंग को अंतिम रूप दिया जा रहा था। जिसको देखने के बाद बुजुर्ग को रोका गया। उनकी सेना व पुलिस अधिकारियों से काफी नोंकझोंक भी हुई। बाद में पुलिस उनको गाड़ी में बैठाकर थाने ले गई।

मानकों पर खरा उतरा मेरठ

गिनीज बुक ऑफ व‌र्ल्ड रिकॉर्ड लंदन की ओर से मेरठ पहुंचे एडजुडिकेटर यानी अधिनिर्णायक ऋषि नाथ सिंह ने कहा कि भारत में की जा रही इस तरह की पहली पहल के लिए मेरठ की तैयारी अच्छी थी। नया विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड की ओर से सभी जरूरी फार्मलिटीज पूरी की जा चुकी हैं। उन्होंने बताया कि इस तरह की पेंटिंग की चौड़ाई कम से कम एक मीटर होनी चाहिए जबकि अधिकतम चौड़ाई पर कोई रोक नहीं है। साथ ही इसे पूरा करने के लिए कोई समय सीमा निर्धारित नहीं है। उन्होंने बताया कि विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए लैंड सर्वेयर या आर्किटेक्ट या उसके समकक्ष किसी अधिकारी से माप ली जाती है। विटनेस रखे जाते हैं और उसके बाद पेंटिंग पूरा करने पर नए रिकॉर्ड को आधिकारिक मंजूरी मिलती है। उन्होंने कहा कि मेरठ में पिछले छह महीने से तैयारी चल रही थी।

Posted By: Inextlive