गोरखपुर में बच्चे के अपहरण और हत्या के मामले में पुलिस ने अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं पुलिस दो और लोगों की तलाश में जुटी है। यूपी के मुख्यमंत्री इस दर्दनाक घटना को संज्ञान में लेते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया है।

गोरखपुर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में रविवार को फिरौती के लिए अगवा किया गया एक बच्चा सोमवार शाम एक नहर के पास मृत पाया गया। किराना और पान की दुकान के मालिक के 14 वर्षीय बेटे का रविवार को पिपराइच इलाके से अपहरण कर लिया गया और कुछ घंटे बाद अपहरणकर्ताओं ने उसे मार डाला। पुलिस ने कहा कि लड़के के अपहरण व हत्या मामले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है और दो आरोपी अभी भी फरार हैं। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने गृह जनपद गोरखपुर में हुई इस दर्दनाक घटना को संज्ञान में लेते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया है।

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दिनांक 26.07.2020 को थाना क्षेत्र पिपराईच से 14 वर्षीय बालक का अपहरण करने के बाद हत्या कर देने की घटना में शामिल 05 अभियुक्त गिरफ्तार।@Uppolice pic.twitter.com/NikOCkIco3

— GORAKHPUR POLICE (@gorakhpurpolice) July 27, 2020


5 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया
मुख्यमंत्री ने दुख जताते हुए पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया। लड़के के पिता महाजन गुप्ता के अनुसार, “रविवार दोपहर को खाना खाने के बाद, मेरा बेटा खेलने के लिए बाहर गया था।वहीं किशोर के पिता महाजन गुप्ता के अनुसार रविवार दोपहर खाने के बाद मेरा बेटा खेलने के लिए बाहर गया था। शाम को मुझे एक अज्ञात नंबर से एक फोन आया और 1 करोड़ रुपये की फिरौती देने के लिए कहा गया। हमने तुरंत पुलिस को मामले की सूचना दी। गोरखपुर एसएसपी सुनील कुमार गुप्ता ने कहा कि सूचना मिलने के तुरंत बाद, पुलिस ने कार्रवाई की और जंगल धूसर इलाके से दयानंद को पकड़ा था।
दयानंद के बताने पीड़ित का शव बरामद किया गया था
वहीं उत्तर गोरखपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अरविंद पांडे ने बताया कि दयानंद के बताने पर पीड़ित का शव बरामद किया गया था। पूछताछ के दौरान दयानंद ने कबूल किया कि उसके कुछ साथियों ने रविवार शाम को ही लड़के का अपहरण कर लिया था और उसकी हत्या कर दी थी। लड़के की हत्या करने के बाद बदमाशों ने उसके शरीर को एक बैग में पैक कर दिया और इलाके के केवटिया नाले के पास फेंक दिया। पुलिस ने सोमवार को शव बरामद किया। दयानंद ने बताया था कि जंगल ढोसर क्षेत्र के अजय गुप्ता और मिश्रौलिया गांव के निखिल भारती अपराध में भागीदार हैं। इन दोनों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है।
पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए एक अभियान चलाया
दयानंद ने जंगल ढोसर के नितिन चौहान और अजय चौहान का भी नाम लिया है। पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी के लिए एक अभियान चलाया है। उसी क्षेत्र के दो अन्य निवासियों, रिंकू गुप्ता और नितेश पासवान को बदमाशों को मोबाइल सिम बेचने के लिए गिरफ्तार किया गया है। एसएसपी ने कहा कि निखिल भारती पीड़ित को जानता था और वह और उसके साथी पिछले आठ से दस दिनों से उसका अपहरण करने की योजना बना रहे थे। पीड़ित के पिता ने कुछ जमीन खरीदी थी और दयानंद प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता था। ऐसे में आरोपी का मानना ​​था कि व्यापारी काफी अमीर है औरवह बेटे के लिए आसानी से उन्हें फिरौती की रकम दे देगा है।

Posted By: Shweta Mishra