- रविवार को की गई 25 हजार सिलेंडर्स की होम डिलेवरी

- एलपीजी गैस की बुकिंग बढ़ने से बढ़ गया बैकलॉग

GORAKHPUR: देशभर में संपूर्ण लॉक डाउन के बाद से ही जहां राशन, सब्जी और दूध के लिए परेशानी बनी हुई है। वहीं एलपीजी गैस की किल्लत भी लोगों को परेशान करने लगी है। लॉक डाउन के बाद से जिले में एजेंसियों ने 1.55 लाख रसोई गैस का वितरण किया है। रविवार को अकेले 25 हजार सिलिंडरों की होम डिलीवरी की गई। आपूर्ति विभाग के मुताबिक 22 मार्च से 29 मार्च तक आठ दिनों में 1.55 लाख सिलिंडरों का वितरण किया गया है, लेकिन जो लोग अनावश्यक बुकिंग कर रहे हैं, वो न करें। जितनी जरूरत हो। उनता ही सिलंडर लें, ताकि दूसरे लोगों को भी गैस मिल सके।

रोजाना 46 हजार करा रहे हैं बुकिंग

लॉकडाउन को लेकर गैस की बुकिंग में रोजाना 20-30 प्रतिशत इजाफा होने से गैस एजेंसियों पर बैकलॉग इन दिनों 46 हजार का आंकड़ा पार कर गया है। इसको देखते हुए पूर्ति विभाग ने गैस कंपनियों से जिले में रोजाना गैस आपूर्ति करने को कहा है। पूर्ति विभाग के मुताबिक बीते आठ दिनों में 1.55 लाख सिलिंडरों का वितरण किया गया है। हालांकि इसके बावजूद हर रोज बड़ी संख्या में बुकिंग होने से आपूर्ति की समस्या बनी हुई है। इन दिनों हर एजेंसी पर बुकिंग में बढ़ोतरी होने के कारण बैकलॉग की समस्या बनी हुई है।

सुबह से देर शाम तक हो रही है डिलीवरी

आपूर्ति विभाग रोजाना अधिकारियों की निगरानी में एजेंसियों पर सुबह छह बजे से देर शाम तक होम डिलीवरी करा रहा है। जिलापूर्ति अधिकारी आनंद कुमार सिंह, पूर्ति निरीक्षक अरुण सिंह समेत कई अफसरों ने गैस गोदामों का जायजा ले रहे हैं। जिला पूर्ति अधिकारी ने एजेंसी संचालकों को गोदामों से गैस वितरण न करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि सिलिंडरों की होम डिलीवरी कराई जाएगी। गोदाम से गैस नहीं दिए जाएंगे। जरूरत पड़ने पर हॉकरों की संख्या बढ़ाई जाए। प्रशासन की सख्ती से गैस को लेकर लोगों की चिंताओं में कमी आने लगी है।

जहां बैकलॉग वहां सबसे ज्यादा जोर

- एजेंसियों के पास ट्रांसपोर्टेशन की सुविधा अपनी न होने के कारण बैकलॉग की समस्या है।

- उनकी निगरानी कर ज्यादा संख्या में डिलेवरी कराई जा रही है।

- हर एजेंसी को रोजाना 2 से 3 ट्रक आपूर्ति मिल रही है।

- गंगा गैस, कालिंदी, गोरखपुर ट्रेडिंग, गोल्डेन गैस दो दिन की बुकिंग पर रसोई गैस उपलब्ध करा रही हैं।

- ग्रामीण इलाकों में 2 से 4 दिन में रसोई गैस मिल रही है।

और तीन घरों से लौट आया हॉकर

प्रशासन के कंट्रोल के निर्देश पर 12 स्थानों पर होम डिलेवरी कराई गई, इनमें तीन स्थान पर हॉकर रसोई गैस लेकर पहुंचे तो गैस सिलिंडर खाली नहीं था। हॉकर ने अपने एजेंसी को रिपोर्ट किया कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि इतनी जल्दी गैस आ जाएगी। उनका रसोई गैस 4-5 दिन में खाली होता। एहतियातन उन्होंने कंट्रोल में सूचना दी थी। एसडीएम सदर ने लोगों से अपील किया है कि वे रसोई गैस का स्टोरेज न करें।

रसोई गैस की कमी नहीं है। रोजाना औसतन 22000 रसोई गैस वितरित किए जा रहे हैं। 22 मार्च से अब तक 1.55 लाख रसोई गैस वितरित की गई है।

- आनंद कुमार सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी

Posted By: Inextlive