जमशेदपुर. प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के तहत अब जिले के गोल्डेन कार्डधारी 150 अतिरिक्त बीमारियों का इलाज भी प्राइवेट अस्पताल में करा सकेंगे. जिनका इलाज पहले सरकारी अस्पतालों में ही किया जाता था. बताते चले कि भारत सरकार ने आयुष्मान योजना के तहत डेंगू, चिकनगुनिया, एचआईवी, हार्निया, हाईरिस्क डिलेवरी जैसे 150 बीमारियों का प्राइवेट इलाज की मंजूरी दे दी है. अब तक इस तहर के इलाज को सरकारी अस्पतालों में ही किया जाता था. योजना में 150 नई बीमारियों के जुड़ने से जिले के 15263 परिवार के लोगों को योजना का लाभ मिलेगा.

सेहत पर नहीं पड़ेगा असर

सरकार की योजना के अनुसार कुल 1350 बीमारियों का इलाज आयुष्मान योजना के तहत किया जा रहा है. जिनमें से 1047 बीमारियों का इलाज पहले ही प्राइवेट अस्पतालों में होता था. इसमें से 203 प्रकार की बीमरियों का इलाज सरकारी अस्पतालों में किया जाता था. लेकिन सरकारी अस्पतालों में कम सुविधाएं होने और केस बिगड़ने के केस के चलते सरकार ने अब 157 बीमारियों को प्राइवेट इलाज की अनुमति प्रदान कर दी. लेनिक सरकार ने अभी भी 146 बीमारियों का इलाज सरकारी अस्पताल में ही किया जा सकेगा. बताते चले कि कई तरीके के मामले में पैनल को प्राइवेट अस्पताल में भेजने का अधिकार न होने के चलते कई गरीब दम तोड़ चुके है. जिसको देखते हुए डेंगू, चिकनगुनियां, एचआईवी और हाई रिस्क डिलेवरी की तरह 157 बीमारियों को प्राइवेट इजाज की मंजूरी दी गई है.

पहले सरकारी अस्पतालों में होता था इलाज

आयुष्मान योजना के तहत जिला अस्पताल में एक डाक्टरों का पैनल गठित किया गया है जो, रोगी को रेफर कर प्राइवेट अस्पताल को इलाज की मंजूरी प्रदान करता है. पैनल के आदेश के बाद ही प्राइवेट अस्पतालों में रोगी का इलाज शुरू किया जा सकता हैं. पहले डेंगू, एचआईवी जैसी बीमारियों में रोगियों को इलाज न होने की बात कहकर लौटा दिया जाता था. लेकिन अब योजना में 157 बीमारियों के शामिल होने से गरीबों को उनका इलाज मिल सकेगा.

योजना से हजारों लोगों को मिला लाभ

योजना की शुरुआत 23 सिंतबर 2018 में की गई थी, मार्च 2019 तक आठ हजार लोगों को योजना का लाभ दिया गया है. मई तक 10432 लोगों को योजना का लाभ दिया जा रहा है. योजना के तहत 25 सिंतबर को सरायकेला की पूनम ने सदर अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया. इस सर्जरी में कुल 18500 रुपये का खर्च पीएम आरोग्य योजना से तहत किया गया. अब तक योजना से जिले के 10432 लोगों को इलाज का लाभ नहीं मिल रहा है.

वर्जन

आयुष्मान योजना के तहत 157 बीमारियों के प्राइवेट इलाज मिलने के आदेश का स्वागत है, इससे गरीब परिवार के लोगों को डेंगू, एचआईवी, हार्नियां और हाईरिस्क डिलेवरी जैसे मामले में प्राइवेट इलाज मिल सकेगा. इससे जिले के कार्डधारी लाभांवित होंगे.

-माहेश्वर प्रसाद, सिविल सर्जन, पूर्वी सिंहभूम

Posted By: Kishor Kumar