RANCHI : मंगलवार को झारखंड विधानसभा के सोलह साल पूरे हो गए। इस मौके पर आयोजित स्थापना दिवस समारोह में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि अलग राज्य बनने के बाद हमने जनहित के क्या कार्य किये और क्या नहीं इसकी समीक्षा करने की भी जरूरत है। सदन की गरिमा को ठेस नहीं पहुंचे, इस बात का ध्यान रखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सदन को जनहित हेतु जरूरतों के अनुरूप नीतियों को निर्माण करना चाहिए। मौके पर उन्होंने स्टीफन मरांडी को उत्कृष्ट विधायक के सम्मान से नवाजा।

मुद्दों पर हो सार्थक बहर

मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास ने कहा कि लोकतंत्र में सदन (विधानसभा) सर्वाधिक महत्वपूर्ण है। जनता द्वारा चुने गये प्रतिनिधि जनहित से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करें। वाद-विवाद-संवाद करें। मुद्दों पर बहस करें। उनके गुण-दोष पर चर्चा करें। कमियां-खामियां बतायें। सत्ता का यह दायित्व है कि कमियों-खामियों व सुझावों पर ध्यान दें और विपक्ष का दायित्व है कि जनहित से जुड़े हर मामले पर साथ दे।

शहीदों के परिजन सम्मानित

इस मौके पर सीमा पर शहीद शक्ति सिंह, नेयमन कुजूर, फ्रांसिस होरो, जावरा मुंडा और नायक जोसेफ लंगुरी के परिजनों को प्रशस्ति पत्र, ख्क् हजार का चेक, अंगवस्त्र और मोमेंटो देकर सम्मानीत किया गया। क्8भ्7 के सिपाही विद्रोह में लहीद जीतराम बेदिया के परिजनों, पदमश्री श्री सिमोन उरांव, पदमश्री अशोक भगत, पदमश्री स्व: राम दयाल मुंडा की धर्मपत्‍‌नी अमिता मुंडा, समाजसेवी आशीष गौतम, क्99भ् से ख्000 के बीच विधायक रहे ख्ख् विधायकों और विधानसभा में कार्यरत कर्मियों को सम्मानित किया गया।

उड़ान पत्रिका व पुस्तिका का विमोचन

इस मौके पर विधानसभा की उड़ान पत्रिका के म्ब्वें संस्करण और चतुर्थ विधानसभा के सदस्यों की पूर्ण जानकारी से संबंधित पुस्तिका जीवन परिचय का विमोचन किया गया।

इस अवसर पर सभी मंत्री, सभी विधायक, नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन और मुख्य सचिव समेत कई आलाधिकारी मौजूद थे।

Posted By: Inextlive