साल 2012 के रुप में नए साल का आग़ाज़ हो चुका है लेकिन ज़रा सोचिए कि अगर ये नया साल 1940 का होता तो क्या माहौल होता. 1940 का ये वो दौर होता जब द्वितीय विश्व युद्ध को छिड़े चार महीने बीत चुके थे और स्पेन में गृहयुद्ध का अंत हो चुका था.

द्वितीय विश्व युद्ध का ये दौर अब इतिहास का हिस्सा है लेकिन 21सवीं सदी की तरह उस दौर में भी अगर हर छोटी बड़ी घटना ट्विटर और सोशल नेटवर्किंग साइट्स का हिस्सा होती तो इतिहास का लेखा-जोखा कुछ और ही होता।

ऐसे में ऑक्सफ़ोर्ड में पढ़ने वाले इतिहास के एक स्नातक छात्र ऑल्विन कॉलिंसन ने इतिहास की इन भूली बिसरी घटनाओं को ट्विटर के सहारे एक बार फिर जिंदा करने की मुहिम छेड़ी है।

ऑल्विन ने द्वितीय विश्व युद्ध को तारीख़ दर तारीख़, घटना दर घटना ट्विटर पर प्रेषित करने का फैसला किया है। इस कोशिश के तहत द्वितीय विश्व युद्ध की हर घटना जैसे और जिस समय घटी उसी के अनुरुप ट्विटर पर पोस्ट की जाएगी।

ट्विटर पर इतिहास

ऑल्विन का मानना है कि अरव क्रांति जैसे कई हाल के आंदोलन और घटनाएं आम लोगों कर पहुंच सके क्योंकि उनसे जुड़ी छोटी से छोटी और गोपनीय जानकारियां ट्विटर और सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर उपलब्ध थीं। लेकिन ऑल्विन को अफ़सोस है कि ऐसा बहुत कुछ इतिहास में दर्ज पहले की घटनआओं के साथ नहीं हो सका।

ऐसे में ऑल्विन ट्विटर के ज़रिए इतिहास की उन घटनाओं को क्रमवार एक बार फिर आम लोगों की ज़िंदगी का हिस्सा बनाना चाहते हैं।

ऑल्विन अपने इस मिशन की शुरुआत पिछले साल अगस्त महीने में पोलैंड पर नाज़ियों के कब्ज़े की घटना से कर चुके हैं। उनका कहना है कि उन्होंने इस मिशन के तहत कई पत्र, अप्रकाशित जानकारियां, फ़ोटो और चश्मदीदों के ब्यौरे ट्विटर पर डाले हैं।

ऑल्विन की इस शैली में ट्विटर पर मौजूद ये घटनाएं ब्रेकिंग ख़बरों की तरह घटना दर घटना पाठकों के सामने आती हैं। रियल टाइम वर्ल्ड वॉर टू नाम के उनके इस ट्विटर अकांउट के अब कर 1,80,000 प्रशंसक बन चुके हैं। ये लोग नियमित रुप से इस ट्विटर अकाउंट पर इतिहास को जानने जाते हैं।

Posted By: Inextlive