- 2411 संविदा कर्मी पहले थे नगर निगम में

- 196 संविदाकर्मियों को नगर आयुक्त ने हटाया

- 2215 संविदा कर्मी ही अब रह गए हैं घटकर

- 3 माह का वेतन दिया गया इन संविदाकर्मियों को

- 3 माह पहले नगर निगम की बोर्ड बैठक में पार्षदों ने उठाया था मुद्दा

- 20 प्रतिशत कर्मचारियों के काम पर न आने की बात आई थी सामने

आई एक्सक्लूसिव

मेरठ। नगर निगम में नियम विरूद्ध 196 संविदा कर्मियों की भर्ती करने पर नगर आयुक्त ने उनकी संविदा समाप्त कर दी है। अब दोबारा से नगर निगम के पास 2,411 संविदा कर्मी घटकर महज 2215 संविदा कर्मी रह गए हैं। गौरतलब है कि तत्कालीन नगर आयुक्त डीकेएस कुशवाहा ने 196 संविदा कर्मियों की भर्ती की थी।

बोर्ड मीटिंग में उठा था मुद्दा

बताते चले कि तीन माह पहले हुई नगर निगम की बोर्ड बैठक में पार्षदों ने संविदा कर्मियों की भर्ती का मुद्दा उठाया था। पार्षदों का कहना था ये जो 196 कर्मी भर्ती हुए है। वे काम कहां कर रहे हैं। इसकी सूचना दी जाए। नगर स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा संतोष जनक जवाब नहीं दिया गया। जिस पर नगर आयुक्त ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी को जमकर फटकार लगाई थी।

अपर नगर आयुक्त ने की जांच

नगर आयुक्त ने अपर नगर आयुक्त को संविदा कर्मियों की भर्ती की जांच करने के लिए कहा था। जांच में पाया गया कि नियम विरूद्ध संविदा सफाई कर्मियों की भर्ती की गई थी। जांच की रिपोर्ट के आधार पर नगर आयुक्त ने यह कार्रवाई की है।

तीन माह का वेतन दिया

196 संविदा सफाई कर्मियों की भर्ती मार्च माह में हुई थी। लिहाजा उनको अप्रैल, मई और जून का वेतन दिया गया है। जबकि जुलाई का वेतन उनको नहीं दिया गया। जब नगर आयुक्त ने इस संबंध में बात की तो सुप्रीम कोर्ट की रूलिंग के हिसाब से जिसने काम किया है उनको वेतन तो दिया जाना चाहिए। लिहाजा उन्होंने तीन माह काम किया है तो उनको वेतन तो दिया जाएगा।

उठ चुके हैं सवाल

नगर निगम में 2215 संविदा सफाई कर्मी है। जिनके काम करने को लेकर कई बार सवाल उठ चुके हैं। खुद पूर्व नगर आयुक्त डीकेएस कुशवाहा ने एक गोपनीय सर्वे कराया था। जिसमें बीस प्रतिशत कर्मचारियों के काम पर न जाने की बात सामने आई थी। पूर्व नगर आयुक्त डीकेएस कुशवाहा ने सफाई कर्मियों पर कार्रवाई भी की।

कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं

मामला नगर आयुक्त से जुड़ा हुआ है तो नगर निगम के अधिकारी भी कार्रवाई करने के कतरा रहे हैं। कोई भी अधिकारी इस मामले में कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं है।

वर्जन

नगर निगम में 196 संविदा कर्मियों की जांच कराई गई थी। जांच में नियम विरूद्ध भर्ती किए जाने की बात सामने आई है। इसीलिए उनकी संविदा को समाप्त कर दिया गया है।

मनोज कुमार चौहान, नगर आयुक्त

Posted By: Inextlive