पिछले दिनों पूरा क्रिकेट जगत सचिनमय था. अब दो टेस्ट मैचों की संक्षिप्त लेकिन एक बेहद महत्वपूर्ण सिरीज़ के बाद भारत और वेस्टइंडीज़ तीन एकदिवसीय मैचों की सिरीज़ में खेलने के लिए तैयार हैं.


भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच पहला एकदिवसीय मैच गुरुवार को कोच्चि में खेला जाएगा.वेस्टइंडीज़ की टीम ने दोनों टेस्ट मैचों में क्रिकेट प्रेमियों को बेहद निराश किया.क्रिस गेल, शिवनारायण चंद्रपाल, डेरेन सैमी और मर्लोन सैमुअल्स जैसे बल्लेबाज़ मानो विकेट पर टिकना ही नहीं चाहते थे तो गेंदबाज़ी में भी कोई दम नहीं था.ब्रावो के हाथ में कमानअब एकदिवसीय टीम में कुछ परिवर्तन किए गए हैं. टीम की कमान ड्वेन ब्रावो संभालेंगे. वीरासामी पेरमल और नरसिंह देवनारायण की टीम में वापसी हुई है.इसके अलावा  वेस्टइंडीज़ के जादुई स्पिनर सुनील नारायण और तेज़ गेंदबाज़ रवि रामपाल भी अपना जलवा दिखाएंगे. डेरेन ब्रावो, डेरेन सैमी, क्रिस गेल, जैसन होल्डर और कीरेन पावेल तो एकदिवसीय क्रिकेट के माहिर हैं ही.


इससे पहले वेस्टइंडीज़ को बड़ा झटका तब लगा जब केमार रोच और कीरोन पोलार्ड चोट के कारण एकदिवसीय सिरीज़ से बाहर हो गए.अब अगर भारतीय क्रिकेट टीम की बात करें तो पिछले दिनों  ऑस्ट्रेलिया से सात मैचों की सिरीज़ को 3-2 से जीतने के बाद उसके हौसले बुलंद हैं.ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ खराब गेंदबाज़ी का ख़ामियाज़ा ईशांत शर्मा को भुगतना पड़ा और चयनकर्ताओं ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया.

बाहर का रास्ता तो आर विनय कुमार को भी दिखाया गया था लेकिन उनकी जगह टीम में शामिल किए गए धवल कुलकर्णी चोट के कारण खेलने से पहले ही बाहर हो गए, नतीजतन विनय कुमार की एक बार फिर टीम में वापसी हो गई.मज़बूत है टीम इंडियाईशांत शर्मा की जगह टीम में हरियाणा के तेज़ गेंदबाज़ मोहित शर्मा को शामिल किया गया है. भारतीय टीम शानदार फॉर्म में चल रहे रोहित शर्मा, विराट कोहली, शिखर धवन और कप्तान  महेंद्र सिंह धोनी के दम पर बल्लेबाज़ी में बेहद मज़बूत है.पिछले दिनों उसने ऑस्ट्रेलिया जैसी शानदार टीम के खिलाफ जिस तरह से 350 से अधिक रनों के लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा किया उससे वेस्टइंडीज़ के गेंदबाज़ों की नींद यकीनन पहले से ही उड़ी हुई होगी.इसके बावजूद सुनील नारायण और रवि रामपाल ऐसे गेंदबाज़ हैं जिन्होंने इससे पहले भी भारतीय बल्लेबाज़ों को काफी परेशान किया है.इन दिनों जिस तरह के विकेट एकदिवसीय क्रिकेट में दिए जा रहे हैं उसे देखते हुए उभरते हुए तेज़ गेंदबाज़ भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी पर थोड़ा भरोसा किया जा सकता है.वेस्टइंडीज़ की टीम भले ही हाल ही में खेले गए दोनों टेस्ट तीन-तीन दिन में हार गई लेकिन एकदिवसीय क्रिकेट उन्हें रास आता है.

इन दिनों क्रिकेट के नए नियम भी बल्लेबाज़ों को फायदा पहुंचाते है. ऐसे में भारतीय गेंदबाज़ों को क्रिस गेल के बल्ले की मार से बचना होगा, साथ ही गेंदबाज़ी में सुनील नारायण की जादुई फिरकी से बचना होगा.अब अगर टवेंटी-टवेंटी का इतना अधिक असर क्रिकेट खिलाड़ियों पर है तो ऐसे में यह सिरीज़ भी बल्लेबाज़ों के नाम रहे तो ताज्जुब नहीं होना चाहिए.

Posted By: Subhesh Sharma