सर्वे ऑफ इंडिया में अक्टूबर 2002 के दौरान आयोजित विभागीय परीक्षाओं में भ्रष्टाचार की बात सामने आई है। इसमें उत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवारों को फेल कर अन्य 44 उम्मीदवारों का गलत चयन हुआ था। इस मामले की दो साल की लंबी जांच के बाद सीबीआई ने 2 पूर्व मेजर जनरलों के खिलाफ केस दर्ज किया है।

नई दिल्ली (पीटीआई) सीबीआई ने 2002 में सर्वे ऑफ इंडिया में ग्रुप सी और डी परीक्षा आयोजित करने में कथित भ्रष्टाचार के आरोप में दो पूर्व मेजर जनरलों को बुक किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को कहा इसके परिणामस्वरूप 44 उन उम्मीदवारों का गलत चयन हुआ था जो परीक्षा में पास नहीं हुए थे। तत्कालीन ब्रिगेडियर एम वी भट, निदेशक, प्रशिक्षण प्रशिक्षण संस्थान (एसटीआई), और तत्कालीन ब्रिगेडियर के आर एम के बाबाजी राव, डिप्टी सर्वेयर जनरल, एसटीआई के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि दोनों मेजर जनरल के रूप में सेवानिवृत्त हुए। वहीं अन्य नामों में एसटीआई के तत्कालीन अधिकारी जे के रथ और आर राम सिंह शामिल हैं।

दो साल की लंबी जांच के बाद एफआईआर दर्ज

एजेंसी ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के एक सतर्कता अधिकारी की शिकायत के आधार पर दो साल की लंबी जांच के बाद एफआईआर दर्ज की है, जिन्होंने ग्रुप डी के लिए सीमित विभागीय प्रतियोगी परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं में अंकों के संकलन में कथित गड़बड़ी की थी। सी टोपो ट्रेड्स को अक्टूबर 2002 के दौरान सर्वे ऑफ इंडिया में आयोजित किया गया था। यह आरोप लगाया गया था कि उत्तीर्ण होने वाले उम्मीदवारों को फेल कर दिया गया था और इसके विपरीत 44 उम्मीदवारों का गलत चयन हुआ था। एजेंसी ने आरोप लगाया था कि चयनित उम्मीदवारों का पक्ष लेने के लिए आरोपी अधिकारियों द्वारा जानबूझकर उत्तर पुस्तिकाओं में हेरफेर किया गया था।

Posted By: Shweta Mishra