डिफेंस एक्सपो 2020 में डिफेंस कॉरीडोर के लिए 50 हजार करोड़ के निवेश को हरी झंडी मिल गई है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में 23 एमओयू साइन हुए हैं।

लखनऊ(ब्यूरो)। Defence Expo 2020 राजधानी में आयोजित डिफेंस एक्सपो-2020 जिस मकसद से आयोजित किया गया, वह पूरा हुआ। शुक्रवार को एक्सपो में हथियार व सैन्य उपकरण उद्यमियों ने प्रदेश पर जमकर 'धन वर्षा' की। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में 50 हजार करोड़ रुपये के 23 एमओयू साइन किये गए। इन एमओयू के काम धरातल पर उतरने पर प्रदेश के तीन लाख युवाओं को रोजगार मिलने का रास्ता साफ हो जाएगा। इस मौके पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के साथ 23 एमओयू साइन करने वाले सभी उद्यमियों को उनका निवेश न केवल भारत के रक्षा अनुसंधान और उद्योग को आगे बढ़ाने में मदद देगा बल्कि प्रदेश के विकास में भी एक बड़ा योगदान देगा।

एग्रीमेंट्स की संख्या 200 के पार

वृंदावन कॉलोनी स्थित डिफेंस एक्सपो आयोजन स्थल में निवेश के इस महत्वाकांक्षी कार्यक्रम में निवेशकों से भावनात्मक जुड़ाव प्रदर्शित करने के लिये इसे 'बंधन' नाम दिया गया था। कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह व सीएम योगी आदित्यनाथ के समक्ष यूपीडा व 23 हथियार व सैन्य साजोसामान कंपनियों के अधिकारियों ने एमओयू साइन किये। इस मौके पर रक्षा मंत्री ने कहा कि पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग्स, फॉरेन इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स और अन्य प्राइवेट कंपनीज के साथ इस डिफेंस एक्सपो के दौरान कुल एग्रीमेंट की संख्या 200 के पार चली गई है। कहा, यहां एक इतिहास रचा गया है। आज यहां स्वदेशी रूप से विकसित प्रोडक्ट्स को लांच किया गया है। जिनमें आर्टिलरी गन्स, हेलीकॉप्टर, बुलेट प्रूफ जैकेट, एंटी टैंक मिसाइल शामिल हैं। राजनाथ सिंह ने कहा कि यह रक्षा उत्पादन क्षेत्र में हमारी बढ़ती क्षमताओं को दर्शाता है।

दो नोड्स की जमीनें बुक

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि डिफेंस कॉरिडोर के 6 नोड्स में से अलीगढ़ और झांसी का हमारा लैंड बैंक बुक हो चुका है। अब बाकी बचे चार नोड्स लखनऊ, कानपुर, चित्रकूट व आगरा में जमीनें बची हैं। कहा, हम लोग पूर्वांचल एक्सपे्रस-वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे और गंगा एक्सप्रेस-वे के किनारे औद्योगिक क्लस्टर बनाएंगे। योगी ने आगे कहा कि पिछले दो साल के दौरान हम लोगों ने डिफेंस कॉरिडोर से संबंधित विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम रक्षा मंत्रालय के साथ मिलकर करने की कोशिश की थी। रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में बड़े उद्योग, लघु व मध्य और सूक्ष्म उद्योग भी उत्तर प्रदेश में लगे। उन्होंने कहा कि इस दौरान हमने न सिर्फ डिफेंस एयरोस्पेस पालिसी तैयार की बल्कि, यूपी के अंदर अलग-अलग फोकस सेंटर्स की पॉलिसी भी तैयार करके निवेश की संभावनाओं को आगे बढ़ाया।

इन प्रमुख उत्पादों की लांचिंग

155 एमएम शारंग तोप

- 5.56 एमएम जेवीपीसी अल्फा कार्बाइन

- 7.62 एमएम बेल्टफेड लाइट मशीन गन

- 40 एमएम यूबीजीएल/एमजीएल एम्युनिशन

- अमोघ-3 वरुणास्त्र

- सिस्टम ऑन चिप बेस्ड टैबलेट पीसी

- नाविक रिसीवर

- एलटीई सिक्योर फोन

- आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस इनेबल्ड एनडीटी यूजिंग कम्प्यूटराइज्ड रेडियोग्राफी

- आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस इनेबल्ड एनडीटी यूजिंग अल्ट्रासाउंड

- स्विच यूएवी ऑल टैरेन डोमिनेटर ड्रोन

- फाइबर ऑप्टिक गैरो बेस्ड आइएनएस सिस्टम

- नेक्स्टजेन डिजिटल कॉम्बैट गीयर : द फ्यूचर

इनकी हुई घोषणा

- एचएएल और डीजीसीए 5700 किलोग्राम से कम वजन के सिविल एयरक्राफ्ट डीओ-228 का मॉडिफिकेशन करेंगे

- इंडियन कोस्ट गार्ड को 17 डीओ-228 एयरक्राफ्ट का कॉन्ट्रैक्ट

- भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड बनाएगा चेन ऑफ स्टेटिक सेंसर

- एसएमपीपी द्वारा भारतीय सेना को बुलेटप्रूफ जैकेट का हस्तांतरण

- थालेस और एमकेयू मिलकर बनाएंगी नाइट विजन डिवाइस

- सोलर इंडस्ट्रीज द्वारा लाइफ असेसमेंट ऑफ एम्युनिशन का निर्माण

इन कंपनियों को हुआ टेक्नोलॉजी ट्रांसफर

- बीईएमएल बंगलुरू

- भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड पुणे

- श्री केदारनाथ पॉलीमर्स कानपुर

- मिनरल ऑयल कॉर्पोरेशन कानपुर

- भारत एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड ललितपुर

- इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड नागपुर

- एकॉर्ड सॉफ्टवेयर एंड सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड बंगलुरू

- भारत डायनामिक्स लिमिटेड हैदराबाद

- भारत एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड ललितपुर

- गोवा शिपयार्ड लिमिटेड गोवा

- किनेको लिमिटेड गोवा

- नेटप्लास्ट प्राइवेट लिमिटेड कानपुर

- अजित टेक्नोप्लास्ट प्राइवेट लिमिटेड कानपुर

- कृष्णा एलाइड इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड वडोदरा

- एनटेक इंजीनियरिंग कंपनी बंगलुरू

- डाटा पैटर्न प्राइवेट लिमिटेड बंगलुरू

- एमबीएल पावर सिस्टम्स लिमिटेड हैदराबाद

- कुसुमगर कॉपरेटिव प्राइवेट लिमिटेड मुंबई

एचएएल को एलयूएच हेलीकॉप्टर संचालन की अनुमति

डिफेंस एक्सपो में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) को हल्के उपयोगी हेलीकॉप्टर (एलयूएच) के लिए प्रारंभिक परिचालन प्रमाण पत्र (आइओसी) जारी किया गया। एलयूएच चीता और चेतक हेलीकॉप्टरों का स्थान लेगा, जिसका संचालन वर्तमान में भारतीय सशस्त्र बल कर रहे हैं। एलयूएच नई पीढ़ी के तीन टन श्रेणी का हेलीकॉप्टर है। यह अत्याधुनिक तकनीकों से लैस है, जो आने वाले दशकों की जरूरतों को पूरा करेगा।

सेना के बेड़े में शामिल होंगी 10 शारंग तोप

अंतरराष्ट्रीय मानक की 155 एमएम कैलिबर शारंग तोप (आर्टिलरी गन) एक्सपो के मंच से आयुध निर्माणी बोर्ड के निदेशक हरिमोहन ने थलसेना अध्यक्ष एमएम नरवने को अधिकृत रूप से हस्तांतरित कर दी। आयुध निर्माणी कानपुर के आयुध विकास केंद्र में डिजाइन की गई यह तोप साठ के दशक से सेना में शामिल 130 एमएम कैलिबर की इजरायली तोप का स्थान लेगी। मेक इन इंडिया के तहत बनी शारंग की दुनिया की बेहतरीन तोप में से एक है, जिसकी मारक क्षमता 37 किलोमीटर तक है। आयुध निर्माणी बोर्ड के पास तीन सौ तोप का ऑर्डर है और 10 तोप सेना को सौंपे जाने के लिए तैयार हैं।

Posted By: Inextlive