RANCHI : 25 लाख के ईनामी नक्सली दिनेश यादव उर्फ सतेन्द्र यादव उर्फ चश्मा उर्फ छोटा विकास ने मंगलवार को सरेंडर कर दिया। माओवादी दिनेश ने पलामू रेंज के डीआईजी साकेत कुमार सिंह, लातेहार एसपी अनूप बिरथरे और पलामू डीसी की मौजूदगी में सरेंडर किया। दिनेश के खिलाफ लातेहार और पलामू में छह-छह मामले दर्ज हैं। लोहरदगा में भी इस माओवादी ने कई कांडों को अंजाम दिया था। पुलिस को लंबे समय से दिनेश की तलाश थी।

माओवादियों को झटका

नक्सली दिनेश के सरेंडर करने से भाकपा माओवादियों को तगड़ा झटका लगा है। वह स्पेशल एरिया कमिटी के सदस्य के रूप में पिछले दस सालों से सक्रिय था। इस दौरान उसने कई कांडों को अंजाम दिया था। उसे पकड़ने के लिए सरकार ने 25 लाख का ईनाम घोषित कर रखा था। पुलिस के मुताबिक, सरकार की नई आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर ही दिनेश ने सरेंडर किया है। इस नीति के तहत मिलने वाली सारी सुविधाएं उसे मुहैय्या कराई जाएगी।

परिजनों ने भेजा था पत्र:

एडीजी ऑपरेशन एसएन प्रधान ने बताया कि नक्सली मुख्यधारा में लौट आएं, इसके लिए सरकार पहल कर रही है। जहां तक दिनेश के सरेंडर करने की बात है, उसके परिजनों ने इस बाबत एक पत्र भेजा था। इसके बाद पुलिस और सरकार की ओर से पहल की गई, जिसका नतीजा रहा कि नक्सली दिनेश ने सरेंडर कर दिया।

छात्र जीवन में ही बन गया था नक्सली

दिनेश यादव उर्फ सतेन्द्र यादव उर्फ चश्मा उर्फ छोटा विकास वर्ष 1996 से जब वह छात्र जीवन में था तो उसी समय नक्सली विचारधारा से जुड़ गया था। वह एमसीसीआई से जुड़ गया था। लातेहार बम विस्फोट के बाद जवानों के पेट में लगाए जानेवाले वाले नक्सली अरविंद जी के बाद संगठन में उसे दूसरा दर्जा हासिल था। नकुल यादव, श्रवण यादव न नवीन यादव जैसे माओवादियों के साथ वह संगठन में काम कर चुका था।

पहला सैक मेंबर जिसने किया सरेंडर

दिनेश यादव बिहार-झारखंड, छत्तीसगढ़ में सक्रिय था। यह पहला सैक मेंबर है, जिसने पुलिस व परिवार के दबाब में सरेंडर किया है। दिनेश यादव लातेहार, पलामू, लोहरदगा में 22 केसेज दर्ज हैं। मूल रूप से दिनेश लातेहार के मनातू के किताडीह गांव का रहनेवाला है। वह छह माह से पुलिस के संपर्क में था। दिनेश का पद संगठन में पुलिस विभाग में एडीजी स्तर का था।

ईनाम की राशि परिजनों को मिलेगी

लातेहार एसपी अनूप बिरथरे ने बताया कि ईनाम की राशि परिजनों को दी जाएगी। साथ ही साथ दिनेश के केस को खत्म करने संबंधित मामले की रिपोर्ट कोर्ट में भेजी जा चुकी है।

Posted By: Inextlive