हथियारों के लिए होड़
मेरठ में शस्त्र लाइसेंस के लिए खुल गए आवेदन
शासनादेश आया, शस्त्र अनुभाग तय फार्मेट पर ले रहा आवेदन Meerut। 5 दिन में हथियार के लाइसेंस के लिए 250 आवेदन आ चुके हैं। यह आंकड़ा बता रहा है कि जनपद में हथियारों के जरूरतमंद से ज्यादा शौकीन हैं। 90 फीसदी आवेदकों ने पिस्टल और रिवाल्वर के लाइसेंस के लिए आवेदन किया है। 20 अक्टूबर को शासनादेश आने के बाद कलक्ट्रेट स्थित शस्त्र अनुभाग ने लाइसेंस के आवेदन लेने आरंभ कर दिए हैं। आठ श्रेणियों में होंगे आवेदनसिटी मजिस्ट्रेट शैलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि रोक हटने के बाद 20 अक्टूबर को शासनादेश मिल गया है। 21 अक्टूबर से डीएम अनिल ढींगरा के निर्देशन में शस्त्र लाइसेंस के लिए आवेदन शुरू कर दिए गए हैं। अब तक करीब 250 लोगों ने आवेदन किए हैं। शासनादेश यूपी सरकार के सचिव भगवान स्वरूप की ओर से सभी डीएम को जारी किया गया है। गौरतलब है कि हाईकोर्ट के आदेश के 2014 के बाद से ही लाइसेंस पर रोक लगी है। पिछले 5 सालों में महज 43 हथियारों के लाइसेंस जारी किए गए हैं जिसमें आत्मरक्षा और प्रतियोगी शूटर्स के लाइसेंस शामिल हैं।
नहीं देना होगा टेस्टलाइसेंस के नियम में कुछ बदलाव किए गए हैं, अब बिना टेस्ट के ही लाइसेंस जारी किया जाएगा। अब आवेदकों का शस्त्र चलवाकर टेस्ट नहीं लिया जाएगा। उन्हें सिर्फ शस्त्र चलाने की ट्रेनिंग (खाली बंदूक से) का प्रमाणपत्र दिया जाएगा।
इन्हें मिलेगी वरीयता आयुध नियमावली 2016 में 8 श्रेणियों को वरीयता मिलेगी। जिसमें व्यापारी, उद्यमी, बैंक, संस्थागत, वित्तीय संस्थाएं, अपराध पीडि़त, विरासत, सैनिक, अर्धसैनिक, पुलिसकर्मी, विधायक, सांसद, प्रवर्तन कार्य में लगे कर्मी, राज्य स्तर से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर के निशानेबाज को प्राथमिकता दी जाएगी। कारतूस 25 से बढ़कर हुई 200 शासन की ओर से अभी तक रिवॉल्वर और पिस्टल धारकों को हर साल 25 कारतूस ही दिए जाते थे लेकिन अब योगी सरकार ने कारतूसों की संख्या 200 कर दी है। वहीं रायफल धारकों की कारतूस की सीमा 75 की गई है। शस्त्र खरीदने वाले पहली बार में 100 कारतूस एक साथ ले सकते हैं, जबकि शेष 100 कारतूस खरीदने पर आपको खोखे भी वापस करने की कोई जरूरत नहीं हैं। पुराने लाइसेंस धारकों को नए कारतूस खरीदने पर 80 परसेंट खोखे वापस करने पड़ेंगे। यह रहेगी फीस रिवॉल्वर व पिस्टल की फीस एनएससी फीस-50000 रायफल क्लब फीस-4000 स्टांप फीस-2000 रसीद फीस-1000 जिला क्रीड़ा समिति फीस-500 रेड क्रॉस सोसाइटी फीस-500 कुल फीस- 58000 रायफल की फीस एनएससी फीस-30000रायफल क्लब फीस-4000
स्टांप के लिए फीस-1500 रसीद फीस-1000 जिला क्रीड़ा समिति फीस-500 रेड क्रॉस सोसाइटी फीस-500 कुल फीस-37500 डबल बैरल बंदूक की फीस एनएससी फीस-20000 रायफल क्लब फीस-3500 स्टांप फीस-1000 रसीद फीस-1000 जिला क्रीड़ा समिति फीस-250 रेड क्रॉस सोसाइटी फीस-250 कुल फीस-26000 सिंगल बैरल बंदूक की फीस एनएससी फीस-10000 रायफल क्लब फीस-3500 स्टांप के लिए फीस-1000 रसीद फीस-1000 जिला क्रीड़ा समिति फीस-250 रेड क्रॉस सोसाइटी फीस-250 कुल फीस-16000 20 अक्टूबर से 250 से अधिक लाइसेंस के आवेदन आ चुके हैं। ज्यादातर आवेदन स्माल वैपन के लिए हैं। नवीन शासनादेश के अनुपालन में डीएम की आरे से जारी गाइडलाइन के मुताबिक आवेदन लिए जा रहे हैं। शैलेंद्र प्रताप सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट एवं प्रभारी शस्त्र अनुभाग