भौतिक सत्यापन में जिला आपूर्ति विभाग को मिले फर्जी

राशन वितरण पर रोक, जो पात्र हैं उन्हें ही मिलेगा राशन

आगरा। सरकारी राशन की लूट मची हुई है। जो मरजी आए, वह राशन पा रहा है। फिर चाहे वह गाड़ी-बंगला वाला हो या खेत और फार्महाउस का मालिक हो। यह दावा हम नहीं बल्कि खुद जिला आपूर्ति विभाग कर रहा है। हालांकि इसके लिए दोषी विभाग ही है, क्योंकि फर्जी तरीके से जो राशनकार्ड थमाए गए हैं, उन पर मोहर विभाग के जिम्मेदार अफसरों ने ही लगाई है। अब जिलाधिकारी के सख्त रवैये को देखते हुए आपूर्ति विभाग अपनी करनी को सुधारने में लगा है। 29249 फर्जी राशन कार्डो को निरस्त कर दिया गया है।

फर्जी तरीके से पा रहे थे राशन

जिले में 29 हजार से ज्यादा लोग फर्जी तरीके से राशन पा रहे थे। ऐसे फर्जी लोगों पर प्रशासन ने शिकंजा कसा है। इन लोगों का जिला आपूर्ति विभाग ने भौतिक सत्यापन कराया था। ये पात्र लोग सत्यापन के दौरान अपात्र पाए गए। लिहाजा डीएम के आदेश पर 29249 फर्जी राशन कार्डो को निरस्त कर दिया है। पिछले महीने फर्जी राशन कार्डो बनाए जाने को लेकर लोगों ने राशन डीलर पर अपात्र लोगों के राशन कार्ड बनाने का आरोप लगाते हुए खूब हंगामा काटा था।

बदलेंगे सार्वजनिक वितरण प्रणाली के बोर्ड

वहीं, फिलहाल राशन वितरण पर रोक लगा दी गई है। भौतिक सत्यापन के बाद जो नाम सही पाए गए हैं, उन्हें ही राशन वितरण के निर्देश दिए गए हैं। इधर, राशन डीलर की दुकानों के बोर्ड भी बदले हुए नजर आएंगे। उनके दुकानों के आगे खाद्य सुरक्षा अधिनियम के बोर्ड लगेंगे। डीएम पंकज कुमार के निर्देश पर हुई कार्रवाई में पिछले दिनों 39169 पात्र लोगों का चयन कर उन्हें खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत जोड़ा है। अब जिले में छह लाख 61 हजार 860 पात्र राशन कार्ड धारक हो गए हैं।

Posted By: Inextlive