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- नगर निगम की दो टंकियों से शुरू ही नहीं हुई पानी की सप्लाई

- बंद टंकियों की सफाई के नाम पर लगातार रुपयों की होती रही लूट

GORAKHPUR: शहर में पानी की दो टंकियां वर्षो पहले बनकर तैयार तो हो गई लेकिन सप्लाई शुरू नहीं हो पाई। इस टंकी से लोगों को पानी भले न मिला लेकिन लगातार इन टंकियों की सफाई पर रुपयों की लूट मचती रही। अब तक दोनों टंकियों की सफाई के नाम पर तीन लाख रुपए का वारा-न्यारा किया जा चुका है। यही नहीं, टंकियों के पिलर्स पर सफाई की डेट तक दर्ज है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की पड़ताल में यह बात सामने आई है।

30 साल से बंद है टंकी

खूनीपुर 1987 में नगर निगम द्वारा ओवरहेड टैंक का निर्माण कराया था। 30 साल में इसमें कभी भी टंकी पानी नहीं भरा गया, क्योंकि निर्माण के समय ही इसमें लीकेज की प्रॉब्लम हो गई। जब दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से जांच की गई तो पता चला कि इस बंद टंकी की हर साल सफाई के नाम पर रुपयों का बंदरबांट होता रहा है।

2010 में बनी टंकी का भी यही हाल

जंगल शालीग्राम वार्ड के प्राइमरी स्कूल के पास 2010 में अवस्थापना निधि से लगभग 11 लाख रुपए की लागत से टंकी का निर्माण हुआ था। इससे पानी सप्लाई शुरू होती तो जंगलमातादीन एरिया 5 प्रमुख मोहल्लों के कम से कम 20 हजार आबादी को शुद्ध पानी मिलता लेकिन टंकी से सप्लाई शुरू ही नहीं हुई। वहीं इसकी सफाई के नाम पर रुपए का उठाव किया जाता रहा।

बॉक्स

शहर में 29 ओवरहेड टैंक

नगर निगम का जलकल विभाग शहर में शहर में पानी सप्लाई की व्यवस्था देखता है। शहर में 29 ओवरहेड टैंक है, जिनसे पानी की सप्लाई होती है। बारिश के मौसम के बाद हर साल इन टंकियों की सफाई का कार्य जलकल द्वारा किया जाता है। जिस दिन पानी की सफाई होती है जलकल द्वारा टंकी के पिलर पर उसकी तारीख लिख दी जाती है। विशेष परिस्थिति में साल में दो बार भी टंकियों की सफाई का कार्य जलकल द्वारा किया जाता है ।

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सफाई के नाम पर 277500 लाख का खेल

7500 रुपए जलकल खर्च करता है एक टंकी की सफाई पर

- 2.25 लाख रुपए उठा लिए गए 30 साल में खूनीपुर की बंद टंकी की सफाई पर

- 52500 रुपए खर्च दिखा दिया गया जंगल शालीग्राम की बंद टंकी की सफाई पर

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वर्जन

ओवर हेड टैंक का निर्माण जल निगम करता है और जलकल उसका परीक्षण करता है। यदि टंकी में लीकेज है, अभी तक इसमें पानी भरा नहीं गया है और उसके बाद भी सफाई हुई है तो जांच का विषय है। जांच कराई जाएगी।

- प्रेम प्रकाश सिंह,

नगर आयुक्त, नगर निगम

Posted By: Inextlive