एनआईए के एक पुलिस अधीक्षक समेत तीन अफसरों को संगठन से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। यह हाफिज सईद के संगठन से जुडे टेरर फंडिंग के मामले में एक कारोबारी को फंसाने की धमकी दे रहे थे।


नई दिल्ली (आईएएनएस)। देश की प्रमुख राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के एक पुलिस अधीक्षक समेत तीन अफसरों को संगठन से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। इन पर दिल्ली के एक कारोबारी को ब्लैकमेल कर दो करोड़ रुपये की घूस मांगने का आरोप है। व्यापारियों को इन्होंने आतंकी सरगना हाफिज सईद के संगठन फलाह--ए--इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ) से जुड़े टेरर फंडिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी।मुंबई हमले से जुड़ा मामला


कारोबारी ने शिकायत की थी कि इन अधिकारियों ने उसका नाम टेरर फंडिंग के केस में शामिल नहीं करने के एवज में मोटी रिश्वत मांगी थी। यह केस 2008 के मुंबई आतंकी हमले में सईद से जुड़े केस से संबंधित है। एनआईए ने मंगलवार को बताया कि जब तक शिकायत की गहन जांच नहीं हो जाती, तीनों अधिकारी इस आतंकवाद विरोधी जांच एजेंसी से दूर रहेंगे। फिलहाल, उन अधिकारियों के नाम का खुलासा नहीं किया गया है। डीआईजी स्तर के अधिकारी कर रहे हैं शिकायत की जांच

एनआईए ने कहा कि व्यापारी द्वारा की गई शिकायत की जांच डीआईजी स्तर के एक अधिकारी द्वारा की जा रही है। निष्पक्ष जांच हो सके, इसलिए मामले में कथित तौर पर लिप्त तीनों अफसरों को जांच एजेंसी से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। सईद के संगठन एफआईएफ के टेरर फंडिंग मामले की जांच कर रहे उक्त एसपी व दो अधिकारियों के खिलाफ एनआईए को करीब एक माह पहले शिकायत की गई थी।

Posted By: Mukul Kumar