- बाहर से आने वाले प्रवासियों की चेकिंग के लिए लगाए गए 300 टीचर

- रेलवे स्टेशन पर हजारों की भीड़ को कर रहे चेक, ड्यूटी के बाद अपने ही घर में हो जाते क्वारंटीन

बाहर से आने वाले प्रवासियों की चेकिंग के लिए लगाए गए फ्00 टीचर

- रेलवे स्टेशन पर हजारों की भीड़ को कर रहे चेक, ड्यूटी के बाद अपने ही घर में हो जाते क्वारंटीन

GORAKHPUR: GORAKHPUR: कोरोना वायरस से जंग में गोरखपुर प्रशासन, पुलिस, डॉक्टर्स ने अहम भूमिका निभाई है। हम आप तक कोरोना ना पहुंचे इसके लिए ये पूरी टीम ख्ब् घंटे काम कर रही है। जब से प्रवासियों के आने का सिलसिला शुरू हुआ तब से गोरखपुर में भी कोरोना केसेज की संख्या तेजी से बढ़ी। इस नाजुक घड़ी में कोरोना से दो-दो हाथ करने के लिए परिषदीय स्कूलों के फ्00 टीचर्स भी मैदान में कूद पड़े हैं। बच्चों का भविष्य बनाने वाले टीचर अब प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर ड्यूटी निभा रहे हैं।

जान हथेली पर रख निभा रहे ड्यूटी

डेली हजारों प्रवासी दिल्ली, मुंबई, पुणे, हैदराबाद समेत अन्य शहरों से ट्रेन द्वारा गोरखपुर पहुंच रहे हैं। इस बात की जानकारी तो सभी को होगी कि शहर में मुंबई और दिल्ली से लौटे प्रवासियों से कोरोना बीमारी फैली है। लेकिन इस बात की भी फिक्र छोड़ जान हथेली पर लिए परिषदीय स्कूलों के टीचर्स अपनी ड्यूटी बाखूबी निभा रहे हैं। ख्ब् घंटे शिफ्टवाइज रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर टीचर्स की ड्यूटी लगाई जा रही है। प्लेटफॉर्म नंबर ख् और 9 पर स्टॉल बनाए गए हैं। जिसे चारों तरफ से लोहे के पाइप से घेर दिया गया है ताकि प्रवासी ट्रेन से उतरकर टीचर्स के पास तक न पहुंच पाएं।

प्रवासियों को दिखा रहे रास्ता

रेलवे स्टेशन पर प्रवासियों के आने पर टीचर उनका रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं। साथ ही उनका मोबाइल नंबर, पता और पूरी डिटेल भी नोट कर रहे हैं। ट्रेन से उतरने के बाद सबसे पहले प्रवासी प्लेटफॉर्म पर लगे स्टॉल पर पहुंच कर रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं। इसके बाद बाहर जाकर उनका टेंप्रेचर चेक हो रहा है। रजिस्ट्रेशन करते समय ही टीचर उन्हें किस बस से जाना है, वो कहां मिलेगी ये सब भी बता रहे हैं। इससे प्रवासियों को भटकना नहीं पड़ रहा। हां ये जरूर है कि टीचर्स के पास बचाव के लिए केवल मास्क और सेनेटाइजर ही है।

ड्यूटी के बाद हो जाते क्वारंटीन

एजुकेशन डिपार्टमेंट में सहायक पद पर तैनात सत्यम श्रीवास्तव बताते हैं कि इधर चार दिनों से रेलवे स्टेशन पर ड्यूटी लगी है। यहां से ड्यूटी करने के बाद सभी टीचर्स अपने-अपने घरों में जाकर क्वारंटीन हो जाते हैं। इसके लिए सभी लोगों ने अपने परिवार को बता रखा है कि जब तक हम लोग ड्यूटी कर रहे हैं, कोई मेरे नजदीक नहीं आएगा। इसलिए अपने ही घर पर एक अलग कमरा खाली कराकर रखे हैं। सत्यम ने बताया कि ड्यूटी के बाद घर जाता हूं तो वाइफ पहले से गर्म पानी रख देती है। कमरे में कपड़े भी रखे जाते हैं। पुराने कपड़े निकाल गर्म पानी में डालकर धोता हूं। इसके बाद परिवार से अलग दूसरे कमरे में ही सोता हूं ताकि मेरी वजह से परिवार और बच्चों को खतरा न आए।

वर्जन

इस बीमारी से डरने की जरूरत नहीं है बल्कि इसका मुकाबला करने की जरूरत है। हम लोगों की ड्यूटी रेलवे स्टेशन प्लेटफॉर्म पर लगाई गई है। यहां से जाने के बाद भी हम लोग अपने परिवार से दूर रहते हैं।

उदयभान कुशवाहा, एबीएसए

Posted By: Inextlive