- भंडार का बजट बढ़ाकर किया 50 लाख

- टॉयलेट की बदहाली पर संपत्ति अधिकारी को हंसना पड़ा भारी

भंडार का बजट बढ़ाकर किया भ्0 लाख

- टॉयलेट की बदहाली पर संपत्ति अधिकारी को हंसना पड़ा भारी

MeerutMeerut : टाउन हॉल में मंगलवार को हुई नगर निगम बोर्ड बैठक में हंगामे और हो-हल्ले के बीच फ्फ्भ् करोड़ का बजट पास कर दिया गया। बजट पर चर्चा से इतर कई मुद्दे पार्षदों ने उठाए और आपस में ही भिड़े। करीब साढ़े तीन घंटे चली बैठक में पार्षदों ने कई बार हंगामा किया। मीटिंग हॉल से सटे टॉयलेट की बदहाली और महिला पार्षदों की समस्या उठाने पर संपत्ति अधिकारी ने ठहाका लगाया तो पार्षद उग्र हो गए। उन्हें घेर लिया, जमकर नोकझोंक हुई, खेद जताने पर मामला शांत हुआ।

गृहकर पर उठे सवाल

वंदेमातरम का गायन कर महिला पार्षदों ने बैठक की शुरुआत की। बजट पर चर्चा के दौरान पार्षद विजय आनंद अग्रवाल ने स्वकर प्रणाली के बारे में पूछा। कहा कि ख्0 रुपए में फॉर्म दिया जाता है, जो गलत है। छूटे हुए भवनों पर गृहकर लगाने की मांग व आमदनी बढ़ाने की योजनाओं के बारे में पूछा। उप नगर आयुक्त दिनेश यादव ने कहा कि सुपरवाइजरों से सर्वे कराकर छूटे भवनों पर कर लगाया जाएगा। नगर आयुक्त एसके दुबे ने कहा कि छूटे हुए भवन, व्यवसायिक भवन आदि पर गृहकर तीन भागों में चरणबद्ध तरीके से लगाया जाएगा।

लगाए आरोप

पार्षद पंकज कतीरा ने कहा कि म्म्म् सेक्टर ख् भवन का गृहकर ब्ख्87 रुपए था, अब फ्,ब्भ्,म्7फ् का नोटिस भेजा गया है। विजय आनंद, दिनेश चौधरी, तरुण समेत कई पार्षदों ने जनता का शोषण कर अफसरों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए। शेम-शेम के नारे लगाते हुए पार्षद गलियारे में आ गए और नारेबाजी की। उप नगर आयुक्त दिनेश यादव को रिलीव करने की मांग की।

नाम सार्वजनिक क्यों नहीं करते?

सुधीर पुंडीर ने नगर निगम के दस बड़े बकाएदारों के नाम सार्वजनिक करने की मांग की। कहा कि निगम इनसे वसूली करने वरना पार्षद ढोल-नगाड़े संग इनके घर जाकर वसूली करेंगे, जिसका सभी ने समर्थन किया। नगर आयुक्त ने जोन वाइस व नगर निगम में ऐसे बकाएदारों के नाम की सूची चस्पा कराने को कहा। पंकज कतीरा ने पुलिया के लिए ड्रेन कवर खरीदने की मांग की। इसके लिए भंडारण अंतर्गत बजट को ख्0 लाख से बढ़ाकर भ्0 लाख करने पर सहमति बनी।

हंसे तो फंसे अधिकारी

पार्षद सुनील ने कहा कि करोड़ों का बजट पास किया जा रहा है, जबकि यहां दो टॉयलेट हैं, दोनों ही बदहाल। कई महिला पार्षद इसके चलते बैठक से चली गई। यह सुनकर संपत्ति अधिकारी राजेश कुमार हंसने लगे, जिससे माहौल गरमा गया। पार्षद हंगामा करते हुए मंच के आगे पहुंचे और राजेश कुमार से तीखी नोकझोंक हुई। पार्षदों के उग्र रवैये को देख राजेश कुमार घबरा गए, निगम कर्मचारियों ने घेरा बनाकर पार्षदों को रोका। पार्षद ज्योति, ज्योति सिन्हा, अफजाल सैफी आदि ने कड़ा ऐतराज जताया। मेयर हरिकांत अहलूवालिया ने अफसरों के रवैये को गलत बताया। बाद में राजेश कुमार के माफी मांगने पर मामला सुलझा। वहीं हंगामे और शोर-शराबे के बीच करीब पौने तीन बजे ध्वनिमत से फ्फ्भ्9क्.7फ् करोड़ का बजट पास कर दिया गया।

उग्र हुए सफाईकर्मी

बैठक में पार्षद ज्योति सिन्हा ने कहा कि शहर में सुबह व शाम दो बार सफाई होनी चाहिए। पूर्व में हुई बैठक में इस पर आमराय भी बनी थी। उन्होंने समस्त 80 पार्षदों के हस्ताक्षरित पत्र नगर आयुक्त व मेयर को सौंपा। इसका जवाब नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। आरएस चौहान देने के लिए उठे, लेकिन सफाई कर्मचारी नेता कैलाश चंदोला ने माइक छीन लिया। उन्होंने सफाई कर्मचारियों के वेतन, उनकी कमी आदि की समस्या गिनाई। सफाई कर्मियों ने इस मांग का जबरदस्त विरोध करते हुए नारेबाजी की।

Posted By: Inextlive