सीरिया की मुख्य कुर्दिश सशस्त्र दल के साथ कोबाने कस्बे में कल इस्लामिक स्टेट आईएस के बीच जमकर संघर्ष हुआ. इस दौरान कम से कम 35 आईएस के आतंकवादी मारे गए. जिस इलाके में संघर्ष हुआ वह इलाका अयन अल-अरब के नाम से भी जाना जाता है. हालांकि इस संघर्ष में कुर्दिश पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट वाईपीजी के चार लड़ाके भी मारे गए. वहीं एक महीने से ज्यादा समय से चल रहे संघर्ष के कारण कोबाने का करीब 70 प्रतिशत हिस्सा बर्बाद हो चुका है.

2000 वर्ग किलोमीटर पर नियंत्रण
इस संघर्ष के बारे में लंदन स्थित मानवाधिकार निगरानी संस्था ने कहा है कि वाईपीजी का अब सीरिया के काफी बड़े भाग में कब्जा है. उसका सीरिया के उत्तरी प्रांत अलेप्पो के उत्तर पूर्वी देहाती क्षेत्र के 2000 वर्ग किलोमीटर पर नियंत्रण है. जिसमें कुर्द लड़ाकों को कुछ विद्रोही गुटों का भी समर्थन हासिल है. लड़ाकों ने जनवरी से पहले कुर्द बहुल इलाके की एक बड़ी पट्टी को आईएस के कब्जे से छुड़ा लिया है और कुर्द इलाके के नियंत्रण कर्ता इस पर अपनी पैनी नजर रखते हैं. बावजूद इसके आईएस ने अपने कस्बे पर दोबारा कब्जा करने में सफल हो गया था. इसके बाद से वाईपीजी इसे छुड़ाने में लगा था. वाईपीजी बल कोबाने के आसपास के देहाती क्षेत्र पर अपना नियंत्रण विस्तार करने में जुटा हुआ है.

कोबाने पर एक बहुत बड़ा हमला किया
वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस क्रम में आतंकवादियों की तरफ से उन्हें मुकाबला तो किया है लेकिन आतंकवादियों की शक्ति कमजोर रही है. आईएस ने पिछले साल कोबाने पर एक बहुत बड़ा हमला किया था. इस शहर के रणनीतिक महत्व और सीरिया-तुर्की सीमा पर होने के कारण आईएस ने कब्जा करने की कोशिश की थी. ऐसे में अमेरिका नीत हवाई हमले और वाईपीजी के प्रयासों एवं शहर के अन्य गुटों ने आईएस आतंकवादी गुट के खिलाफ पूरी जंग छेड़ रखती है. ऐसे में कई संगठनों की तरफ से हो रहे विरोध को झेलते हुए आईएस की शक्ित थोड़ी कमजोर साबित हो रही है.

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Posted By: Satyendra Kumar Singh