--राज्य बाल संरक्षण आयोग ने सीएम को सौंपी जांच रिपोर्ट

--24 रिमांड होम को तीन माह में खामियां दूर करने का निर्देश

RANCHI : झारखंड में संचालित 126 बाल सुधार गृह में से 35 बाल सुधार गृहों पर ताला लटकना तय है, जबकि 24 बाल सुधार गृह को तीन माह के अंदर खामियां दूर करने को कहा गया है वरन इनकी भी मान्यता रद कर दी जाएगी। राज्य बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर ने इस बाबत विस्तृत जांच रिपोर्ट मुख्यमंत्री रघुवर दास को सौंप दी है।

सिर्फ कागजों पर कई संस्थाएं

राज्य बाल संरक्षण आयोग द्वारा सीएम को सौंपी गई 353 पन्नों की विस्तृत जांच रिपोर्ट में इस बात का जिक्र है कि बाल सुधार के नाम पर कई संस्थाएं सिर्फ कागजों पर चल रही हैं। गौरतलब है कि रांची स्थित मिशनरीज ऑफ चैरिटीज के निर्मल हृदय संस्थान में बच्चों की खरीद-बिक्री को लेकर पैदा हुए विवाद के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास ने राज्य बाल संरक्षण आयोग को सूबे के सभी बाल सुधार गृह की जांच कर रिपोर्ट सुपुर्द करने को कहा था।

जांच के लिए बनी थी चार टीम

आयोग की अध्यक्ष आरती कुजूर ने बताया कि चार टीम बनाकर सभी बाल सुधार गृह की जांच की गई है। ईसाई समाज से जुड़े बाल सुधार गृह पर कार्रवाई के बाबत पूछे गए सवाल के जवाब में आरती कुजूर ने कहा कि अगर दुर्भावना से ग्रसित होकर जांच करना होता तो सिर्फ मिशनरीज से जुड़े संस्थानों की ही जांच होती, लेकिन ऐसा नहीं है। बाल सुधार गृह में खामियों के बाबत उन्होंने कहा कि कई जगह जहां लड़कियां रखी गई है। वहां का प्रशासनिक कार्य पुरुष संभाल रहे हैं जो नियमों के खिलाफ है।

Posted By: Inextlive