हावड़ा रूट पर चार घंटे थमे ट्रेनों के पहिए, पैसेंजर्स हलकान
द्भड्डद्वह्यद्धद्गस्त्रश्चह्वह्म : खड़गपुर से हावड़ा के बीच शुक्रवार को चार घंटे तक ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह बाधित रहा। स्थानीय लोगों ने यहां मेचेदा स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक जाम कर प्रदर्शन किया। लोग ट्रेन से एक युवक की कटकर मौत हो जाने से आक्रोशित थे। गुस्साए लोगों ने युवक का शव रेलवे ट्रैक पर रख दिया और करीब चार घंटे तक विरोध-प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन के कारण इस मार्ग से होकर गुजरने वाली ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया।
जवानों से हाथापाई, रेल पर फेंके पत्थरइस बीच सुरक्षा बल के जवानों ने आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन इससे बात और बिगड़ गई। गुस्साए लोगों ने सुरक्षा बल के जवानों संग तो हाथापाई की ही, ट्रेनों को निशाना बनाकर पत्थर भी चलाए। वरीय अधिकारियों के आश्वासन के बाद दोपहर करीब 12 बजे प्रदर्शन समाप्त हुआ और ट्रेन का परिचालन शुरु किया गया। तब जाकर ट्रेन के यात्रियों ने राहत की सांस ली।
यह है पूरा मामलादरअसल, मेचेदा स्टेशन पर सुबह करीब 7.23 बजे बहला गांव निवासी आलम खान रेलवे लाइन पार कर रहा था। उसी दौरान हावड़ा-हल्दिया पैसेंजर ट्रेन की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। इसके बाद लोगों ने शव रेलवे ट्रैक पर रख कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। इससे सुबह 7.40 बजे से ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया।
ये ट्रेनें फंसी रहीं - हावड़ा-टाटानगर स्टील एक्सप्रेस -हावड़ा-सिकंदराबाद फलकनामा एक्सप्रेस -भुवनेश्वर-हावड़ा जन शताब्दी एक्सप्रेस -हावड़ा-मुंबई दुरंत एक्सप्रेस -हावड़ा-दीघा ताम्रलिप्त एक्सप्रेस समेत दर्जनों लोकल व एक्सप्रेस ट्रेनें विभिन्न स्टेशनों में फंसी रहीं। कौन ट्रेन कितने घंटे रही लेट इस्पात एक्सप्रेस सुबह 10.40 बजे की बजाय दोपहर तीन बजे टाटानगर स्टेशन पहुंची, दुरंतों एक्सप्रेस सुबह 11.30 बजे की बजाय दोपहर 2.50 बजे टाटानगर स्टेशन पहुंची। जम्मू तवी एक्सप्रेस यह ट्रेन सुबह 10.30 बजे की बजाय 6.30 बजे पहुंची टाटानगर स्टेशन। वहीं टाटा से जम्मू जाने वाली जम्मू तवी एक्सप्रेस 2.50 की बजाय शाम 4.50 बजे टाटानगर स्टेशन से रवाना हुई।