आप भी अपने स्‍मार्टफोन फोन पर लो-बैट्री की समस्‍या से परेशान हैं. अगर हां तो आइए आपको बताते हैं कुछ ऐसा जो आपके स्‍मार्टफोन की बैट्री चार्जिंग और बैकअप को भी सही रफ्तार देगा. ऐसे चार बेहतरीन तरीके हैं जो अच्‍छी बैट्री चार्जिंग पर आपके स्‍मार्टफोन को देगी बेहतरीन स्‍पीड भी लेकिन यहां जो एक बात समझनी सबसे ज्‍यादा जरूरी है वह यह है कि ये तरीके आपके फोन की बैट्री को फोन से ज्‍यादा बैट्री लाइफ नहीं दे सकते. हां हम आपका ध्‍यान चार्जिंग की स्‍पीड पर केंद्रित करना चाहते हैं ताकि जब कभी आपके आसपास प्‍लग-प्‍वाइंट हो तो आप समझ सकें कि आपको क्‍या करना है.

सही सेटिंग्स पर देना होगा ध्यान
ये एक साधारण सा लॉजिक है. अगर आप अपना फोन स्विच ऑफ करते हैं, तो वाई-फाई नेटवर्क, 4G नेटवर्क या यहां तक की GPS पर लोकेशन को देखने की भी जरूरत नहीं है. जब फोन स्विच ऑफ हो चुका होता है, तब बैट्री को कुछ और नहीं सिर्फ खुद को चार्ज करना होता है. एक वैकल्पिक प्रस्ताव यह है कि फोन की चार्जिंग स्पीड को बढ़ाने के लिए उसे एयरप्लेन मोड पर रख दें, लेकिन फोन को चार्ज करते समय आपको इसको इस्तेमाल में लाने से बचना चाहिए. आपकी स्क्रीन सबसे ज्यादा बैट्री खींचती है. ये फॉलो करने के लिए सबसे सरल सलाह है, लेकिन ज्यादातर लोग इसे ही नजरअंदाज करते हैं. इसके अलावा अगर आपको  फोन कॉल्स रिसीव करने भी हों, तो ध्यान दें कि उस समय फोन पर अन्य सभी चीजों को बंद कर दें. खासतौर पर डाटा कनेक्शन (3G/4G) को. एक बात और ध्यान दें कि फोन स्क्रीन की ब्राइटनेस को जितना कम हो, उतने पर इस्तेमाल करें. हो सके तो जितनी देर हो सके फोन की स्क्रीन को भी बंद ही रहने दें. फोन की स्क्रीन ही सबसे ज्यादा बैट्री की खपत करती है.
     
USB Port के बजाए दीवार के प्लग प्वाइंट का इस्तेमाल करें
आपके स्मार्टफोन के साथ सबसे अहम और खास बात यह है कि वह आपके लैपटॉप के USB पोर्ट से भी चार्ज हो जाएगा, लेकिन ये आपके फोन को काफी धीमी गति से चार्ज करता है. इसके भी कई कारण हैं. इनमें पहला है, जैसा कि हमने पावर एडॉप्टर के बारे में बात की, आमतौर पर USB पोर्ट सिर्फ 0.5A तक चार्ज कर सकता है. ऐसे में ये 1A पावर एडॉप्टर की अपेक्षा ज्यादा समय लेता है. सिर्फ USB 3.0 पोर्ट ही 0.9A की अधिकता तक पहुंच सकता है और चांस ये है कि आप वहां तक पहुंच नहीं सकते. दूसरा यह है कि उदाहरण के तौर पर अगर आप अपना आई-फोन Mac के साथ कनेक्ट कर देते हैं, तो वह तुरंत सिंक्रनाइज़ करना शुरू कर देता है. इसकी वजह से फोन और भी ज्यादा धीमी गति के साथ चार्ज होने लगता है. यही नहीं वॉल एडॉप्टर के साथ आपको कन्जंक्शन का भी सामना करना पड़ सकता है.
  
पावर बैंक को बिल्कुल मत भूलिएगा
इन सभी टिप्स से अगर आपको मदद मिलती है फोन की चार्जिंग स्पीड को बढ़ाने में, तो बेहतर है. इन सबके अलावा पावर बैंक (बैट्री पैक्स) को तो आप भूल ही नहीं सकते. पावर बैंक से आपके फोन की बैट्री उस समय भी चार्ज की जा सकेगी, जब आप लंबे समय से प्लग प्वाइंट से कहीं दूर हों.

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Posted By: Ruchi D Sharma